-जंगल में गोवंश को काटे जाने की मिली थी सूचना

-हिंदू संगठन और पुलिस व पीएसी जवानों की कांबिंग

Sarurpur : थाना क्षेत्र के गांव मैनापूठी के जंगल में दिनदहाड़े गोकशो द्वारा सांड की हत्या करने की सूचना से सनसनी मच गई। सूचना पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ कई थानों की पुलिस व पीएसी ने जंगलों की खाक छानी। लेकिन कई घंटे की दौड़ के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।

जंगलों में की कांबिंग

गुरुवार की दोपहर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को मैनापूठी गांव से खिवाई गांव जाने वाले रास्ते पर सांड काटे जाने की सूचना मिली थी। संगठन के लोग कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी देते हुए गोकशों की तलाश में जंगल की ओर दौड़ पड़े। इस दौरान थाना प्रभारी सुरेंद्र नाथ के साथ सरधना कोतवाल, एसओ रोहटा व पीएसी के जवानों की टुकड़ी ने हर्रा, खेड़ी कलां, खिवाई, मैनापूठी तथा करनावल गांव के जंगलों में कांबिंग की। लेकिन कई घंटे की भाग दौड़ के बाद जंगल में गोकश नहीं मिले।

मिली थी जमानत

थाना क्षेत्र के गांव करनावल के जंगल में ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए गोकश को थाने से जमानत मिल गई है। इसका परिणाम यह हुआ कि चार दिन बाद ही गोकश सांड को काटने के लिए जंगल में पहुंच गए और सूचना से पुलिस ने कई घंटे जंगलों की खाक छानी।

ग्रामीणों में आक्रोश

पुलिस द्वारा गोकश को छोड़े जाने से ग्रामीणों में रोष है। उनका कहना है कि अगर पुलिस ने पकड़े गए गोकश से सेटिंग करके न छोड़ा होता तो गुरुवार को पुलिस को जंगलों में खाक नहीं छाननी पड़ती। वहीं बजरंग दल के छात्र प्रमुख मिलन सोम ने कहा कि सरूरपुर पुलिस क्षेत्र में गोकशी खुले आम करा रही है। जो एक दिन बड़ा बवाल करा सकती है। बीते वर्ष एसओ वसीम खां के कार्यकाल में हर्रा गांव के बाहरी छोर पर गोकशों ने आधा दर्जन से अधिक गोवंश की हत्या कर दी थी। जिसमें एसओ को थानेदारी से हाथ धोना पड़ा था।