नुकसान करने की जगह सिस्टम को सबक सिखाना चाहता है

जांच एजेंसियों के लिए चुनौती साबित हो रहा है 'आम आदमी'

ALLAHABAD: बार-बार बम प्लांट करने वाला कोई आतंकी, नक्सली नहीं है, वह कोई 'आम आदमी' है जो सिस्टम से नाराज है। महानगरी एक्सप्रेस में बम के साथ मिले लेटर के रिव्यू के बाद 'आई नेक्स्ट' ने इस ओर इशारा कर दिया था। अब खुफिया एजेंसियां व पुलिस भी इस बात को मानने लगी है। बार-बार बम रखकर चुनौती देने वाला मूवी 'वेडनेसडे' से इंस्पायर लगता है और उसी की तरह खुफिया एजेंसियां व पुलिस को छका रहा है। महानगरी में बम प्लांट करने के ठीक आठ दिन बाद उसने रेल ओवर ब्रिज पर बम रखकर साबित कर दिया कि वह पुलिस, खुफिया एजेंसियों से एक कदम आगे चल रहा है।

पुलिस को बना देता है घनचक्कर

मूवी वेडनेसडे में लीड रोल निभाने वाले नसीरुद्दीन शाह ने भी मुंबई पुलिस को घनचक्कर बना दिया था। आधी फिल्म तक तक तो कोई यह समझ ही नहीं पाया कि पुलिस स्टेशन में बम प्लांट करने वाला चाहता क्या है। मूवी में मुंबई पुलिस उसे किसी टेरेरिस्ट आर्गनाइजेशन से जुड़ा मानती है। लास्ट के 30 मिनट में मूवी पलट जाती है और कमिश्नर का किरदार निभाने वाले अनुपम खेर को पता चलता है कि यह कोई 'आम आदमी' है जिसने आतंकी घटना में अपनों को खोया है। वह आतंकियों से उनकी जान लेकर बदला लेता है। वह पुलिस को इस्तेमाल कर अपने मंसूबे में कामयाब हो जाता है। हो सकता है कि महानगरी और आरओबी पर बम प्लांट करने वाला भी कुछ लोगों की मदद करना चाहता हो। हालांकि उसे सनकी, मनोरोगी भी माना जा रहा है।

कोई प्रभावित या रेल कर्मी तो नहीं!

खुफिया एजेंसियां मान रही हैं कि बम प्लांट करने वाले ने या तो किसी रेल हादसे में अपनों को खोया है या वह रेल कर्मचारी भी हो सकता है। वह बार-बार रेलवे को ही टार्गेट कर रहा है। हाल ही में लिखे दोनों लेटर रेल मिनिस्टर को संबोधित हैं। रेलवे के अलावा पुलिस व खुफिया एजेंसियों ने भी महानगरी मामले को सीरियस्ली नहीं लिया और हवा में ही हाथ पांव मारती रहीं। जीआरपी, एनआईए यमुनापार के लोगों को पकड़कर पूछताछ करती रही और इसी बीच क्रांति की बात करने वाले शख्स ने एक और बम ओवर ब्रिज पर रख दिया।

11 लोगों को ले रखा है हिरासत में

पुलिस व खुफिया एजेंसियों की 'आम आदमी' ने पोल खोलकर रख दी है। जीआरपी यमुनापार के 11 लोगों से आठ दिन से पूछताछ कर रही है और इसी बीच फिर से बम का मामला सामने आ गया। अब साफ है कि जिन 11 लोगों से पूछताछ की जा रही है, उनका इस मामले से कोई कनेक्शन अब तक साबित नहीं हो सका है। जीआरपी लोगों से झांसी हेड ऑफिस में पूछताछ कर रही है।

दिन भर पड़े छापे, कई हिरासत में

रेल ओवर ब्रिज पर बम मिलने के बाद छापेमारी की कार्रवाई शुरू हो गई। वाराणसी से इलाहाबाद पहुंची एटीएस ने करछना, मेजा व नैनी से कुछ लोगों को उठाया है। उस इलाके में कितने लोग रात में व दिन में देखे गए, इसकी जांच लोकल पुलिस कर रही है।