एक्सक्लूसिव
- दूध, ब्रेड, कोरियर, पिज्जा डिलीवरी में यूज होने वाले टू व्हीलर्स आएंगे दायरे में
- कॉमर्शियल वाहनों की तरह ही देना होगा टैक्स, छोटे कारोबारी होंगे प्रभावित
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KANPUR। जल्द ही अब टू व्हीलर्स में भी कॉमर्शियल वाहनों की कैटेगरी बनाकर उनका रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। इन वाहनों को कॉमर्शियल वाहनों के ही सारे नियम फॉलो करने होंगे। हर तीन महीने में टैक्स देना होगा। समय-समय पर फिटनेस भी चेक की जाएगी। इस नियम से छोटे कारोबारी प्रभावित होंगे। कई जरूरी वस्तुओं के रेट भी बढ़ जाएंगे।
मोटर कैब कैटेगिरी में
दूध, ब्रेड, पिज्जा या कोरियर आदि की डिलवरी या ऐसी अन्य गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाले टू व्हीलर्स को व्यावसायिक यानी मोटरकैब की श्रेणी में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अभी तक टू व्हीलर्स को निजी वाहनों के तौर पर ही रजिस्टर्ड किया जाता था।
छोटे व्यापार की रीढ़ हैं टू व्हीलर्स
सिटी में छोटे व्यापारियों के लिए टू व्हीलर्स रीढ़ के समान हैं। खासकर दूध का ज्यादातर कारोबार मोटर साइकिलों से ही होता है। वहीं नमकीन, ढोकला, ब्रेड आदि की सप्लाई के साथ कोरियर व पिज्जा डिलीवरी के लिए बड़ी कंपनियां टू व्हीलर का उपयोग करती हैं। शहर में इस तरह के 5 हजार से ज्यादा टू व्हीलर्स हैं, जो कामर्शियल यूज में चलते हैं। मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक, हर महीने करीब 5 करोड़ का कारोबार टू व्हीलर्स से होता है।
वर्जन:
टू व्हीलर्स से कॉमर्शियल काम करने वालों को कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन के दायरे में लाने का प्रपोजल शासन स्तर पर चल रहा है। शासनादेश आते ही इसे लागू कराया जाएगा।
- प्रभात पाण्डेय, एआरटीओ