कमिश्नर ने ठेले व पटरी दुकानदारों की बेहतरी के लिए दिया आदेश

अतिक्रमण मुक्त होंगी सड़कें, अतिक्रमण हटाओ अभियान पर एनर्जी वेस्ट होने से बचेगी

नगर निगम को दो महीने का मौका

ALLAHABAD: करीब दो वर्ष पहले सदन में संकल्प पारित करने के बाद भी नगर निगम पटरी के दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन नहीं बना सका। आए दिन अभियान चलाकर ठेला व पटरी के दुकानदारों को भगाया जाता है। इसमें एनर्जी भी वेस्ट होती है और पैसा भी। वेंडिंग जोन इसका साल्यूशन है। पटरी के दुकानदारों को यहां-वहां भगाया न जाए और उन्हें एक दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करने के लिए एक निश्चित स्थान मिल जाए, इसके लिए कमिश्नर राजन शुक्ला ने नगर निगम और एडीए के अधिकारियों को दो महीने के अंदर वेंडिंग जोन बनाकर दुकानदारों को वहां स्थापित करने का आदेश दिया है।

चलती रहे गरीबों की आजीविका

शनिवार को कमिश्नर राजन शुक्ला ने मीटिंग कर एडीए और नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्रवाई के साथ ही ठेलिया, छोटी गाडि़यों व पटरी पर दुकान लगाने वाले छोटे-छोटे दुकानदारों के हित को भी ध्यान में रखा जाए। दूर-दराज के इलाकों से इलाहाबाद आने वाले गरीब व कमजोर लोगों की रोजी-रोटी चलती रहे, इसका भी ख्याल रखा जाए। अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। लेकिन उन्हें शहर के प्रमुख चौराहों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों व अन्य इलाकों में वेंडिंग जोन बनाकर उन्हें एक ऐसा स्थान दिया जाए, जहां वे रोजी-रोटी का इंतजाम कर सकें और इंक्रोचमेंट भी न होने पाए।

कहां गई पटरी

कमिश्नर ने कहा कि शहर में निरंजन टॉकीज के आगे वाली गली में और ऐसे ही अन्य स्थानों पर रोड की पटरी गायब हो चुकी है। क्योंकि दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है। जोनल अधिकारी अपने-अपने इलाके में विशेष अभियान चलाकर पटरी और रोड को खाली कराएं। कमिश्नर ने एडीए और नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि खुसरोबाग के साथ ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय की बाउण्ड्री सटी पटरियों पर दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है। इसे पूरी तरह से खाली कराया जाए। इसके अलावा अन्य प्रमुख मार्गो को भी इंक्रोचमेंट मुक्त करते हुए अभियान चलाया जाए। साथ ही पाइलट प्रोजेक्ट के तहत विशेष अभियान चलाकर स्टैनली रोड को इंक्रोचमेंट मुक्त किया जाए। मीटिंग प्रभारी जिलाधिकारी अटल कुमार राय, अपर नगर आयुक्त विपिन कुमार मिश्रा, एसपी इंटेलिजेंस ओपी सिन्हा, सीओ ट्रैफिक आदि मौजूद रहे।

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गायब हो गए फुटपाथ

वेंडिंग जोन न होने का सबसे बड़ा ड्रा बैक यह है कि शहर में बने फुटपाथ गायब हो चुके हैं। इस पर पटरी दुकानदारों का कब्जा होता है। सब्जी और फलवालों के चलते इस पर पैदल चलना भी मुश्किल होता है। दिन में भी यह कब्जा होने के चलते पैदल चलने वाला ट्रैफिक भी सड़क पर होता है। इससे जाम की समस्या और बढ़ जाती है।

वेंडिंग जोन न होने के ड्रा बैक

पूरे शहर में सड़क किनारे लगती हैं दुकानें और ठेलिया

जाम का सबसे बड़ा कारण है सड़क तक अतिक्रमण

कई स्थानों पर व्यापारी खुद अपनी दुकान के सामने लगवाते हैं अस्थाई दुकान, वसूलते हैं किराया

बड़े व्यापारियों का बिजनेस होता है प्रभावित

स्कूल छूटने के समय बढ़ जाती है मुश्किल

अवकाश के दिनों में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पैदल चलना भी होता है मुश्किल

वेंडिंग जोन के फायदे

एक प्रिमाइस में उपलब्ध होगा सभी वेराइटी का सामान

सड़कों पर ठेलों और पटरियों पर अस्थाई दुकानों का कब्जा नहीं रहेगा

सड़कें हो जाएंगी खाली और आवागमन होगा सुगम

अतिक्रमण हटाने को लेकर बार-बार नहीं चलाना पड़ेगा अभियान

पटरी दुकानदारों को मिल जाएगा स्थाई ठिकाना

पब्लिक को भी जगह-जगह भटकना नहीं पड़ेगा

Fact file

शहर में पचास हजार से अधिक हैं पटरी दुकानदार

नगर निगम के पांचों जोन में बनाया जाना है वेंडिंग जोन