- मुख्यमंत्री की विशेष प्राथमिकता वाले कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में बोले कमिश्नर

ALLAHABAD:

अधिकारियों को लकीर का फकीर नहीं होना चाहिए, बल्कि साफ मनोदशा और संवेदनशीलता के साथ जनता की समस्याओं का निराकरण करना चाहिए। यह बात कमिश्नर राजन शुक्ला ने मुख्यमंत्री की विशेष प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को जनता के प्रति जिम्मेदारी भरा रवैया अपनाए जाने की नसीहत दी। साथ ही चारों जनपदों में शौचालयों के निर्माण में अच्छी प्रगति के लिए जिलाधिकारियों और मुख्य विकास अधिकारियों की सराहना की।

यह आराम करने का महीना नहीं

समीक्षा बैठक में अधिकारियों को कर्तव्यों की एबीसीडी पढ़ाते हुए कमिश्नर ने कहा कि अप्रैल और मई आराम करने का महीना नहीं है, बल्कि जन कल्याणकारी योजनाओं में लाभार्थियों के चयन आदि की कार्यवाही इस दौरान कर ली जानी चाहिए। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत प्रतापगढ़ में माडल स्कूल के भवन निर्माण का कार्य बीस अप्रैल तक पूरा करने के लिए आदेश राजकीय निर्माण निगम को दिया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग को संस्थागत प्रसव में तेजी लाने के साथ अंटाइड फंड का उपयोग नहीं करने पर नाराजगी जाहिर की। बैठक में खनन अधिकारी महबूब अली खान की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए उन्हें शोकॉज नोटिस जारी किया गया।

छोटी घटनाओं को हल्के में न लें

- कमिश्नर ने कहा कि छोटी सी घटना यदि जातिगत या साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न हो रहा है तो उसे डीएम या एसएसपी हल्के में न लें। उन्होंने थानों में बड़ी संख्या में लंबित तफ्तीशों पर डीएम व एसएसपी का ध्यान आकृष्ट कराया। कहा कि एक अभियान चलाकर लंबित मामलों का निस्तारण कराया जाए। इस दौरान उन्होंने आबकारी, परिवहन, वाणिज्य, मनोरंजन, स्टांप विभाग के करेत्तर वृद्धि की भी समीक्षा की।

प्रतापगढ़ अव्वल

मंडलीय बैठक में उप निदेशक अर्थ एवं संख्या आरएन यादव ने बताया कि आधार नामांकन में 73.88 प्रतिशत प्रगति के साथ प्रतापगढ़ अव्वल रहा है। फतेहपुर 72 फीसदी के साथ दूसरे और तीसरे नंबर पर इलाहाबाद का स्थान है। जनसंख्या के अनुसार इलाहाबाद की कुल आबादी 59.54 लाख है और आधार नामांकन 40.14 लाख है। कौशांबी फिसड्डी साबित हुआ है।