-नकली मार्कशीट के खेल पर नकेल के लिए यूनिवर्सिटी ने की तैयारी

-70 परसेंट से अधिक नम्बर आने पर कमेटी किया करेगी वैरीफिकेशन

AGRA। फर्जी मार्कशीट के खेल पर प्रभावी अंकुश लगाने को लेकर यूनिवर्सिटी की ओर से नई पॉलिसी लागू की जा रही है। इसके अंतर्गत 70 परसेंट से अधिक नम्बर लाने वाले स्टूडेंट की मार्कशीट का वैरीफिकेशन डॉ। बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी की ओर से गठित कमेटी की ओर से कराया जाया करेगा।

चल रहा था खेल

बिना एडमिशन, बिना पढ़ाई-लिखाई के ही यूनिवर्सिटी में मार्कशीट इश्यु करने के मामले पकड़े जाने के बाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन खासा अलर्ट हो गया है। बताते चलें कि कॉकस की भाषा में इस मामले को मार्कशीट जेनरेट करना कहा जाता है। मार्कशीट जेनरेट करने के इस खेल में कॉकस बाकायदा चार्ट में नम्बर तक चढ़वा देता है। इसी खेल के चलते ही मार्कशीट का वैरीफिकेशन भी कर दिया जाता है। इस खेल को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को वैरीफिकेशन का नया तरीका निकालना पड़ा।

ये रहेगी कमेटी

70 परसेंट से अधिक नम्बर आने पर मार्कशीट के वैरिफिकेशन के लिए बनाई गयी टीम में असिस्टेंट रजिस्ट्रार महेंद्र कुमार, प्रोफेसर प्रदीप श्रीधर और डॉ। मोहम्मद अरशद को शामिल किया गया है। यह तीन सदस्यीय कमेटी अपनी रिपोर्ट से वीसी और रजिस्ट्रार को अवगत कराया करेगी।

बॉक्स।

.और यूनिवर्सिटी में रो पड़ी टीचर

जीजीआईसी हाथरस में वर्ष ख्0क्ख् से कार्यरत टीचर लता चौहान मंडे को यूनिवर्सिटी कैम्पस में रो पड़ी। दरअसल, लता की मार्कशीट का यूनिवर्सिटी में वैरिफिकेशन नहीं किया गया। डीआईओएस हाथरस द्वारा जनवरी ख्0क्फ् में लता चौहान की बीए (ख्00क् वर्ष) और एमए (ख्00ब् वर्ष ) और शिक्षिका निधि जैन की मार्कशीट का वैरिफिकेशन कराने के लिए भेजा। रिमाइंडर दिए। लेकिन, फिर भी काम नहीं हुआ। नतीजा, डीआइओएस ने टीचर को कार्यमुक्त करने के निर्देश तक दे दिए। यही वजह रही कि मंडे को लता रजिस्ट्रार ऑफिस में रो पड़ी। जिसके बाद रजिस्ट्रार बीके पांडे ने जल्द से जल्द डॉक्युमेंट्स को वैरिफाई कराने के निर्देश दिए।

'मार्कशीट के वैरिफिकेशन के लिए कमेटी गठित कर दी गयी है। मार्कशीट में 70 परसेंट से अधिक नम्बर मिलने पर यह कमेटी वैरिफिकेशन किया करेगी.'

बीके पांडे, रजिस्ट्रार, डॉ। बीआर अम्बेडकर यूनिवर्सिटी