- तीन दिन में कार्रवाई नहीं होने पर परिवार समेत आत्मदाह की दी चेतावनी

- दो साल से भटक रहे हैं न्याय को, लेकिन आरोपी पर नहीं हो रही कार्रवाई

BAREILLY:

एसएसपी ऑफिस में इन दिनों एक पीडि़त पिता लगातार चक्कर लगा रहा है। दो साल पहले उसके पड़ोसी अरबाज ने उसके नाबालिग बेटे को दरिंदगी का शिकार बना लिया था। दरिंदगी ऐसी कि कई अस्पतालों से रेफर होने के बाद बेटे का दिल्ली एम्स में इलाज कराना पड़ा, जहां उसकी एक बड़ी सर्जरी करानी पड़ी। लेकिन इलाज के दौरान उसके शरीर का नीचे का हिस्सा पैरालाइज हो गया। एक तरफ जहां उसका बेटा दो वर्षो से चलने फिरने तक को लाचार है, वहीं पिता दो वर्षो से न्याय के लिए अफसरों का चक्कर लगा रहे हैं।

न्याय नहीं मिला तो करेंगे आत्मदाह

पीडि़त पिता सुभाषनगर थाने के करगैना निवास करता है। वह बरेली के एक जाने माने मंदिर में सेवादारी का काम करते है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे के साथ पिछले दो साल से कोई न्याय नहीं हुआ है। दरिंदगी करने वाला आरोपी बेखौफ होकर घूम रहा है। अफसरों के चक्कर लगाने पर दो साल बाद 3 मई को सुभाषनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई। पीडि़त के पिता ने कहा कि अगर अब तीन दिन के अंदर कार्रवाई नहीं हुई, तो वह परिवार सहित एसएसपी ऑफिस पर ही आत्मदाह कर लेंगे।

आरोपी देता है धमकी

पीडि़त के पिता ने बताया कि जब से आरोपी को पता चला है कि हम लोग एसएसपी ऑफिस के लगातार चक्कर काट रहे हैं, तब से वह रोज उन्हें घूरता हुआ निकलता है और कहता है कि जितनी कार्रवाई करानी है करा लो, देखते हैं कि कौन हमारा क्या करता है।

पूरा मामला एक नजर में

दो साल पहले करगैना के रहने वाले अरबाज ने अपने ही पड़ोसी एक नाबालिग लड़के को अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया था। पीडि़त के पिता ने बताया कि मई 2016 में पूरा परिवार किसी काम से घर से बाहर था। इसी बीच अरबाज उनके घर आया और उसके बेटे को बहला फुसला कर घर से करीब 2 किलोमीटर दूर ले गया। वहां पहले उसके साथ मारपीट की और बाद में दरिंदगी। जब काफी टाइम तक बेटा घर नहीं आया तो घर वाले उसे ढूंढने लगे। उनका बेटा घर से दो किलोमीटर दूर झाडि़यों में खून से लथपथ बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। आनन फानन में उसे इलाज के भर्ती कराया। मामले की शिकायत जब पुलिस से की तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। तब से पीडि़त बेटे को न्याय दिलाने के लिए वह अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला।