इंटेलिजेंस के गोपनीय पत्र में हुआ अवैध वसूली का खुलासा

- डीएम, एसएसपी को लिखा गोपनीय लेटर हुआ लीक

- पुलिसकर्मियों द्वारा संडे मार्केट में अवैध वसूली का है जिक्र

priyank.mohan@inext.co.in

DEHRADUN: इंटेलिजेंस विभाग का एक गोपनीय पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। यह पत्र इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर से देहरादून के एसएसपी और डीएम के लिए लिखा गया था। सोशल मीडिया पर इस बेहद ही गोपनीय पत्र के वाइरल होने के बाद इंटेलिजेंस एजेंसियां भी सक्ते में हैं। सोशल मीडिया पर वाइरल हुए इस गोपनीय पत्र में पुलिसकर्मियों के द्वारा अवैध वसूली किये जाने को लेकर जिक्र किया गया है। गोपनीय पत्र के लीक होने की सूचना के बाद एडीजी इंटेलिजेंस ने मामले की जांच के आदेश दे ि1दए हैं।

अवैध वसूली का है जिक्र

इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर से एसएसपी और डीएम को भेजे गए इस पत्र में बेहद सनसनीखेज बातें सार्वजनिक हुई है। इस पत्र में दून पुलिस और नगर निगम कर्मियों द्वारा संडे मार्केट में अवैध वसूली करने की रिपोर्ट विभाग को सौंपी गई है, गंभीर बात ये है कि संडे मार्केट में राज्य के बाहर से आकर फड़ लगाने वालों को लेकर संवेदनशीलता भी जाहिर की गई है, जिसमें खुलासा किया गया है कि पैसा लेकर पुलिस कर्मी और नगर निगम कर्मी अवैध फड़ लगाते है।

कहां से हुआ है पत्र सार्वजनिक इंटेलिजेंस की ओर से रूटीन में एसएसपी, डीएम और बाकि विभागों को अनियमितताओं के चलते समय-समय पर रिपोर्ट सौंपी जाती है। लेकिन हाल में ही इंटेलिजेंस मुख्यालय से अति गोपनीय पत्र के सार्वजनिक हो जाने के बाद से इंटेलिजेंस एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है। इसके अलावा डीएम और एसएसपी ऑफिस के गोपन विभाग भी सवालों के घेरे में आ गया है। बता दें कि यह पत्र बीते मार्च में इंट हेडक्वार्टर से डिस्पैच हो रखा है।

एडीजी ने दिए जांच के आदेश

एडीजी इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी अशोक कुमार ने बताया कि मामले के संज्ञान में आते ही जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में एसएसपी देहरादून और जिलाधिकारी से बात की गई है। मामले में लापरवाही दिखाने वाले विभागीय कर्मी को बक्शा नहीं जाएगा।

वसूली के आरोप हुए पुख्ता

पुलिस पर अक्सर वसूली के आरोप समय-समय पर लगते रहते हैं, लेकिन इस बार इंटेलिजेंस के लेटर में संडे मार्केट में हो रही अवैध वसूली के आरोपों को पुख्ता कर दिया है।

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मामला बेहद गंभीर है, इस बात की जांच कराई जा रही है कि किसके स्तर से पत्र लीक हुआ है। जांच के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी।

अशोक कुमार, एडीजी इंटेलिजेंस उत्तराखंड