नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस को लेकर एक पत्र लिखा है। सोनिया गांधी ने पत्र में लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन-बी की कमी की ओर इशारा किया जो ब्लैक फंगस के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली दवा है। इसके अलावा यह भी जिक्र किया कि आयुष्मान भारत और अधिकांश अन्य स्वास्थ्य बीमा में महामारी रोग को कवर नहीं किया जा रहा है। भारत सरकार ने राज्यों से महामारी रोग अधिनियम के तहत म्यूकोर्मिकोसिस को भी महामारी घोषित करने के लिए कहा है। महामारी घोषित करने का मतलब यह है कि इसके उपचार के लिए सभी जरूरी दवाओं का पर्याप्त उत्पादन हो और उनकी आपूर्ति सुनिश्चित हो।

दवा एम्फोटेरिसिन-बी की कमी की खबरें आ रही हैं
सोनिया गांधी ने पत्र में कहा कि लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन-बी म्यूकोर्मिकोसिस के उपचार के लिए बहुत आवश्यक दवा मानी जा रही है लेकिन बाजार में इसकी कमी की खबरें हैं। वहीं यह बीमारी आयुष्मान भारत तथा कई अन्य बीमा योजनाओं के तहत कवर नहीं हो रही है। ऐसे मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि इस मामले पर तत्काल कार्रवाई करें ताकि ब्लैक फंगस पीड़ितों को राहत मिल सके। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि एम्फोटेरिसिन के उत्पादन के लिए पांच और कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है।

एम्फोटेरिसिन की 23680 अतिरिक्त शीशियां दी गईं
इससे पहले आज विभिन्न राज्यों में ब्लैक फंगस के मामलों की बढ़ती संख्या की समीक्षा करने के बाद केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि केंद्र ने सभी राज्यों और संघ को एम्फोटेरिसिन-बी की कुल 23680 अतिरिक्त शीशियां आवंटित की गई हैं। आवंटन कुल रोगियों की संख्या के आधार पर किया गया है, जो देश भर में लगभग 8848 है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उन रोगियों में ब्लैक फंगस का पता चल रहा है जो लोग कोरोना वायरस महामारी से ठीक हो रहे हैं।

National News inextlive from India News Desk