- राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद कांग्रेसियों का गुस्सा हुआ शांत

- एसपीजी ने कांग्रेस नेता अमजद सलीम के खिलाफ दर्ज कराया केस

BAREILLY:

किसान यात्रा के तहत 'देवरिया से दिल्ली' के लिए निकले कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की यात्रा बरेली में मिजाज थोड़ा बदल गया। जब कुछ उत्साही कांग्रेसी नेता राहुल गांधी को ज्ञापन सौंपने के दौरान आपा खो बैठे। सुरक्षा में एसपीजी के जवानों ने कांग्रेस नेताओं को राहुल के करीब आने से रोक तो वह भिड़ गए, दोनों पक्ष में जमकर हाथापाई हुई। इस दौरान प्रचार वाहन पर बेबस निगाह से राहुल तमाशा देखते रहे। हालांकि, उन्होंने बाद में बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। वहीं, एसपीजी ने मारपीट करने वाले कांग्रेस नेता अमजद सलीम के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

एसपीजी कमांडो के धक्का देने के बाद बढ़ा मामला

राहुल गांधी का रोड शो प्रायोजित स्थान श्यामगंज स्थिति आजाद इंटर कॉलेज से निकला। आलमगिरी गंज से होते हुए राहुल गांधी का काफिला दोपहर एक बजे कुतुबखाना चौराहा पहुंचा। यहां पर मेयर के प्रत्याशी रहे एडवोकेट अमजद सलीम पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने की मांग का ज्ञापन देने के लिए राहुल गांधी से मिलने के लिए आगे बढ़े ही थे कि एसपीजी के एक कमांडो ने उन्हें धक्का दे दिया। यह बात अमजद सलीम को नागवार गुजरी और वह कमांडो से भिड़ गये और थप्पड़ जड़ दिया। कमांडो ने अमजद सलीम का गिरेबां पकड़ कर पीछे धकेलने की कोशिश की। जिसके बाद अमजद सलीम के समर्थकों की सिक्योरिटी में लगे कमांडो से भिड़ंत हो गई और एसपीजी के एसपी सहित चार कमांडो को पीट दिया।

समझाने के बाद भी नहीं मानें कांग्रेसी

राहुल गांधी के साथ मौजूद पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन बार-बार अमजद सलीम और उनके समर्थकों को माइक के जरिए ऐसा न करने की बात करते रहे लेकिन, वह नहीं मानें। जिसके बाद राहुल गांधी को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा। मारपीट में अमजद के बेटे सद्दाम सलीम का कुर्ता फट गया। राहुल ने सलीम से हाथ मिलाते हुए इतना गुस्सा न करने और सब्र रखने की बात कही। उसे बाद अमजद सलीम ने अपना ज्ञापन सौंपा। और उसके बाद राहुल गांधी के रोड शो को आगे रवाना किया। इस बीच करीब 5 मिनट रोड शो प्रभावित रहा।

धोपेश्वर मंदिर में भी भिड़ गये समर्थक

मंदिर के मेन गेट में राहुल के एंट्री करते ही सिक्योरिटी में लगे जवानों ने गेट बंद कर दिया। लेकिन, इसके बाद भी समर्थक अंदर घुसने के लिए गेट खोलने का प्रयास करने लगे। कुछ समर्थक जांच के लिए लगे डीएमएफडी मशीन तक पहुंच गये। जब एसपीजी के जवानों ने राहुल गांधी के पीछे-पीछे मंदिर के अंदर जाने से रोकने के प्रयास किया तो वह सिक्योरिटी जवानों से भिड़ गये।