-कांग्रेस के सवाल सत्याग्रह का हुआ समापन

-21वें दिन चौक पर हुई सत्याग्रह सभा

VARANASI

पीएम नरेंद्र मोदी अब देश को और भरमाने की बजाए अपनी सजा तय करें। क्योंकि जिन उद्देश्यों के लिए उन्होंने नोटबंदी जैसी आफत देश की जनता पर थोपी, वह औंधे मुंह गिरकर पूरी तरह विफल हो गयी है। पचास दिन बाद भी लोग कैश की क्राइसिस से जूझ रहे हैं। खेती से लेकर उद्योग तक पर मंदी का घना साया कायम है। यह विचार कांग्रेस द्वारा नोटबंदी की परेशानियों को लेकर ख्क् दिनों से चलाये गये सवाल-सत्याग्रह के अंतिम दिन शनिवार को चौक में सत्याग्रह-सभा में वक्ताओं ने व्यक्त किया। चीफ गेस्ट व मडि़हान के एमएलए ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि पचास दिन पूरे होने पर वे बातें सच साबित हुई हैं, जिनकी आशंका नोटबंदी के बाद कांग्रेस ने देश के सामने रखी थी। वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ। राजेश मिश्र ने कहा कि पचास दिनों बाद भी लोग आशंकाग्रस्त एवं परेशान हैं। अध्यक्षता सीताराम केशरी, स्वागत विजय शंकर मेहता तथा आभार शैलेंद्र सिंह ने किया। सत्याग्रह में प्रजानाथ शर्मा, कैलाश टंडन, विजय शंकर पाण्डेय, प्रो। सतीश राय, बैजनाथ सिंह, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, वीरेंद्र कपूर, राजेन्द्र तिवारी, मधुकर पाण्डेय, प्रमोद श्रीवास्तव, जितेन्द्र सेठ, रामसुधार मिश्र, प्रभात वर्मा, राकेश चन्द, राकेश पाठक, सतीश जायसवाल, मुर्तजा शमसी, पूर्णेन्दुशेखर मिश्र, भुपेन्द्र सिंह, जागृति राही, डॉ.आनंद पांडेय, पूनम कुंडू, कन्हैया कपूरिया, महेश नवलगडिया, पप्पू यादव, साजिद अंसारी, महेन्द्र वर्मा, राजेश त्रिपाठी, विजय देवल सहित अन्य उपस्थित रहे। संचालन गणेश शंकर पाण्डेय ने किया।