- मेडिकल कॉलेज रोड पर नाला निर्माण में उड़ाई जा रहीं मानकों की धज्जियां

- खराब लेवलिंग के चलते कॉलोनीज झेल रहीं करीब डेढ़ दर्जन कॉलोनीज

<- मेडिकल कॉलेज रोड पर नाला निर्माण में उड़ाई जा रहीं मानकों की धज्जियां

- खराब लेवलिंग के चलते कॉलोनीज झेल रहीं करीब डेढ़ दर्जन कॉलोनीज

GORAKHPUR:

GORAKHPUR: पीडब्ल्यूडी की मनमानी मेडिकल कॉलेज रोड किनारे बसीं करीब डेढ़ दर्जन कॉलोनियों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है। असुरन से मेडिकल कॉलेज तक चल रहे नाला निर्माण में खुलेआम मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि नगर विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल द्वारा बुधवार को किए गए इंस्पेक्शन में इस लापरवाही की पोल खुली है। पता चला कि नाले का बेस लेवल एचएन सिंह चौराहे पर हड़हवा फाटक से आने वाले नाले से आठ मीटर ऊंचा है, जिसके चलते करीब डेढ़ दर्जन कॉलोनियों की क्,7भ्000 आबादी वॉटर लॉगिंग की समस्या झेल रही है।

बता रहा निगम, नहीं सुन रहा पीडब्ल्यूडी

मेडिकल कॉलेज रोड पर नाला निर्माण में लापरवाही के चलते कॉलोनीज में हो रही वॉटर लॉगिंग की कंप्लेंस लगातार नगर निगम को मिल रही थीं। लोगों ने नगर विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल से भी इस बारे में शिकायत की थी। इसे देखते हुए नगर विधायक डॉ। राधा मोहनदास अग्रवाल, नगर निगम व लोक निर्माण विभाग की तरफ से बुधवार को मेडिकल कॉलेज रोड का संयुक्त निरीक्षण किया गया। इस दौरान आसपास की कालोनियों के हमेशा पानी में डूबे रहने की समस्या को लेकर जिम्मेदारों ने स्थानीय लोगों से बात भी की। टीम ने देखा कि निर्माणाधीन नाले का बेस लेवल एचएन सिंह चौराहे पर हड़हवा फाटक से आने वाले नाले से आठ मीटर ऊंचा है। इस पर नगर आयुक्त ने नगर विधायक को बताया कि यह बात वह पीडब्ल्यूडी से शुरू से कह रहे हैं, लेकिन विभाग सुन ही नहीं रहा। इस पर नगर विधायक ने पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार, सहायक अभियंता राजेश कुमार, सभी अवर अभियंताओं, नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त अवनीन्द्र सिंह, पार्षद आलोक सिंह विशेन व राजेन्द्र तिवारी, भाजपा मंडल अध्यक्ष अजय मणि त्रिपाठी, पूर्व मंडल अध्यक्ष रमेश गुप्ता संग भी निर्माण का हाल देखा।

तो बरसात में कॉलोनियां झेलेंगी वॉटर लॉगिंग

एचएन सिंह चौराहे पर नगर विधायक ने पीडब्ल्यूडी व सहायक नगर आयुक्त की उपस्थिति में नवनिर्मित हो रहे मेडिकल रोड नाले और हड़हवा फाटक से आने वाले नाले के बेस लेवल की पैमाइश मशीन मंगवाकर पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता से करवाई। हड़हवा फाटक का नाला मेडिकल रोड के नाले से 0.8 मीटर नीचा मिला। ऐसे में सामान्य समय में कॉलोनियों का पानी बहकर मेडिकल रोड नाले में नहीं आएगा और बरसात में पानी उल्टा कॉलोनियों में जल जमाव पैदा करेगा। ऐसे में नगर विधायक ने नगर आयुक्त से कहा कि वे डीएम को इसकी सूचना दें और दोनों विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में सही तरीके से लेवलिंग करवाने के बाद ही नाला बनाने दिया जाए, तब तक नाले का निर्माण रुका रहेगा।

प्वॉइंट्स टू बी नोटेड

- मेडिकल कॉलेज रोड पर नाला बनने के बाद कॉलोनियों में पानी वापस जाएगा और जल जमाव होगा।

- नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी फिर से नालों की करेंगे लेवलिंग।

- मेडिकल कॉलेज से झुंगिया तक बढ़ाया जाएगा नाला।

- नालों में मेकैनिकल नॉन-रिटर्निग वॉल्व लगवाए जाएं, जिससे कॉलोनियों में वापस पानी बिल्कुल न जाए।

- एक-एक इंच निजी जमीन का मुआवजा बांटा जाएगा। करीब 89 करोड़ मुआवजा बंटेगा।

- एचएन सिंह चौराहे से असुरन की चौड़ाई ख्म् मीटर ही रहेगी।

कोट्स

असुरन-मेडिकल रोड का बुरा हाल है। पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदार अधिकारी अपने काम को अगर ठीक ढंग से करते तो मोहल्ले के लोगों को दिक्कत नहीं होती।

राजेश पांडेय, सर्विस मैन

नाला निर्माण में मानकों को पूरा न करके अनदेखी की जा रही है। विधायक ने इस मामले में निरीक्षण कर सराहनीय कार्य किया है।

मनोज त्रिपाठी, टीचर

शाहपुर एरिया में घर है लेकिन जल निकासी के लिए काफी दिक्कत हो रही है। नाला बन भी रहा है तो इसका कोई ठोस परिणाम नजर नहीं आ रहा है। जल निकासी की व्यवस्था तो होनी ही चाहिए।

प्राची, स्टूडेंट

असुरन-मेडिकल रोड का चौड़ीकरण होना सराहनीय है लेकिन पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि नाले के निर्माण में मानकों की अनदेखी न की जाए। इसकी प्रॉपर मॉनिटरिंग होनी चाहिए।

पूजा, स्टूडेंट