- गोरखपुर में निगम के कई काम नहीं हो सके हैं पूरे

- जिम्मेदार 15 दिन में कंप्लीट होने का कर रहे हैं दावा

- कई नाले का करना है निर्माण, अब तक नहीं कंप्लीट हो सका है काम

GORAKHPUR: गोरखपुर विकास की ओर अग्रसर है। लॉकडाउन के बीच अब काम की रफ्तार भी बढ़ने लगी है। जीडीए हो, पीडब्ल्यूडी या फिर नगर निगम सभी ने अपने-अपने काम शुरू कर दिए हैं। इन सबके बीच इस बार मॉनसून भी टाइमली दस्तक दे चुका है और केरल को हिट कर चुका है। ऐसे में मेडिकल रूट पर रहने और उधर से आने-जाने वाले लोगों को सैलाब से होकर गुजरना पड़ेगा। जिस दिन बारिश हुई, वह दिन उनके लिए किसी जंग लड़ने से कम न होगा। ऐसा इसलिए कि उस रूट में अभी काफी निर्माण कार्य बचा हुआ है, नाले की ऊंचाई मोहल्लों के नाले से बहुत ज्यादा है और पानी निकासी का कोई प्रॉपर इंतजाम नहीं है। ऐसे में वहां मुश्किलें होना तय है। वहीं दूसरी ओर शहर में अब भी कुछ नए निर्माणाधीन नाले हैं, जिनका काम बचा हुआ है। अगर वह भी वक्त से पूरा नहीं हुआ, तो उन एरिया में रहने वाले लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा।

25 मोहल्लों में खतरे की घंटी

मेडिकल कॉलेज रोड पर 25 से ज्यादा मोहल्ले हैं। इन मोहल्लों का पानी पहले रोड किनारे बने नाले से होते हुए गोड़धोइया नाले में गिराया जाता था। गोरखपुर-महराजगंज फोरलेन बनने की वजह से पुराने नाले की जगह पीडब्ल्यूडी ने नया नाला बनवाया, लेकिन इस नाले की ऊंचाई मोहल्लों के नालों से बहुत ज्यादा है। इसे लेकर नगर निगम प्रशासन कई बार आपत्ति भी जता चुका है, लेकिन पीडब्ल्यूडी की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। इसकी वजह से वहां की आम पब्लिक को बारिश के दौरान मुसीबतें झेलनी पड़ेंगी।

काफी दिनों से चल रहा है निर्माण कार्य

मेडिकल कॉलेज रूट की बात करें तो यहां काफी दिनों से निर्माण कार्य चल रहा है। आधे रास्ते तक एक तरफ की रोड तो बना दी गई है, लेकिन दूसरी तरफ अभी निर्माण कार्य बचा हुआ है। भले ही वह काम नगर निगम के जिम्मे न हो, लेकिन वॉटर लॉगिंग का ठीकरा उनके सिर ही फूटना है, ऐसे में जिम्मेदार भी अभी से तैयारियां करने में जुट गए हैं। बरसात में मेडिकल कॉलेज रोड के किनारे बसी कॉलोनियों को जलभराव से बचाने के लिए नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने 15 पंपिंग सेट या उससे ज्यादा जरूरत के मुताबिक लगाने का फैसला किया है। कॉलोनियों का पानी पंपिंग सेट से नाले में डाला जाएगा। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के नाले की ऊंचाई ज्यादा होने के कारण पं¨पग सेट लगाया जाएगा।

बॉक्स

15 दिन में पूरा हो जाएगा नालियों को जोड़ने का काम

नगर निगम के अधिकारी इस बात का दावा कर रहे हैं कि सफाई व्यवस्था से जुड़े जिम्मेदारों ने साफ-सफाई व्यवस्था चकाचक करा दी है। जहां कुछ बाकी रह गया है, वहां काफी तेजी से काम चल रहा है। अब वार्ड में बन रही नालियों की बात करें तो वह भी सिर्फ जोड़ी जानी बाकी हैं, ऐसे में 15 दिन के अंदर यह सब काम कंप्लीट हो जाने की उम्मीद है। निगम का दावा है कि काम कंप्लीट होने के बाद नालियों की वजह से मोहल्लों में वॉटर लॉगिंग नहीं होगी। वहीं इस बार सफाई का भी भरपूर मौका मिला है, इसलिए जहां वॉटर लॉगिंग होती है, वहां भी पानी की निकासी पहले के मुकाबले जल्दी हो जाएगी।

वर्जन

निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहे हैं। मानसून आने से पहले ही सबको कंप्लीट कराने के निर्देश दिए गए हैं। जो काम सेंक्शन हैं, लेकिन शुरू नहीं हुए हैं, उनको अभी नहीं शुरू किया गया है, जबकि जो चल रहे हैं, उन्हें 15 दिनों के अंदर कंप्लीट कराने के निर्देश दिए गए हैं।

- सुरेश चंद, चीफ इंजीनियर, नगर निगम

मेडिकल कॉलेज रोड पर पानी निकासी का कोई हल नहीं निकल पाया है। इसके लिए निगम पंपिंग सेट लगाने जा रहा है। जिससे कि अगर आसपास के मोहल्लों में वॉटर लॉगिंग होती भी है, तो जल्द से जल्द वहां से पानी निकाल दिया जाए।

अंजनी कुमार सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम