- झमाझम बारिश के चलते महेवा मंडी में भारी वॉटर लॉगिंग, चौपट हुआ कारोबार

- मंडी सचिव ऑफिस और पुलिस चौकी तक में घुसा पानी

गुरुवार रात से शुरू हुई तेज बारिश से शुक्रवार को गोरखपुर का जन-जीवन अस्त व्यस्त रहा। प्राइवेट स्कूल जहां बंद रहे तो शहर के कई इलाकों में बिजली के तार टूटने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मोहद्दीपुर में छह महीने पहले बना नया पुल धंस गया। इससे मोहद्दीपुर का ट्रैफिक मैनेजमेंट बिगड़ गया। एक लेन को बंद करने से एक किमी लंबी गाडि़यों की कतार लग गई। गुरुवार शाम पांच बजे से शुक्रवार शाम पांच बजे तक 108.9 एमएम बारिश हुई। इससे शहर के पॉश इलाकों में भी जल-जमाव देखने को मिला। सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं, व्यापारियों का अनुमान है कि बारिश से करीब तीन करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ।

मंडी पानी-पानी

महेवा मंडी में सौंदर्यीकरण के नाम पर हुई दो करोड़ खर्च की कवायद की पोल दो दिन की बारिश में ही खुल गई। झमाझाम बारिश के चलते पूरी मंडी पानी-पानी हो गई है। मंडी सचिव ऑफिस और पुलिस चौकी तक में पानी घुस गया। इस कारण ग्राहक वापस लौट गए। अनूमान है कि तीन करोड़ का कारोबार भी प्रभावित हो गया।

चार ट्रांसफार्मरों से बिजली ठप

धर्मशाला बाजार क्षेत्र में मेयर के कैम्प कार्यालय के बगल गली में जलभराव के कारण 400 केवीए व 630 केवीए ट्रांसफार्मर से सुबह 7 बजे सुरक्षा की दृष्टि से बिजली सप्लाई ठप कर दी गई। शाम तक बिजली सप्लाई ठप रहीं। रुस्तमपुर क्षेत्र के बड़गों में भी एक ट्रांसफार्मर चारों तरफ से पानी से घिर गया। उससे जुड़े मोहल्लों में बिजली सप्लाई भी ठप कर दी गई। इसके अलावा गोरखनाथ क्षेत्र के आरपीएम स्कूल की गली में भी जल-जमाव के कारण ट्रांसफार्मर से जुड़े मोहल्लों में बिजली सप्लाई ठप कर दी गई। नगरीय एसई ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर पानी से घिरे हैं।

बाल-बाल बचे बिजलीकर्मी

शुक्रवार दोपहर बारिश के दौरान बक्शीपुर बिजली दफ्तर में करंट उतर गया। आठ कर्मचारियों को करंट का झटका लगने से बाल-बाल बच गए। इससे दफ्तर में भगदड़ मच गई। एक्सईएन कक्ष की छत से पानी टपकने के कारण पहले ही चीफ इंजीनियर दफ्तर चले गए थे। दफ्तर की बिजली कटने के बाद भी कोई कर्मचारी अपने कक्ष में जाने को तैयार नहीं था। एकजुट कर्मचारियों ने अफसरों पर 95 साल पुराने जर्जर भवन में जबरिया दफ्तर संचालित कराने का आरोप लगाया।

वर्जन

बक्शीपुर बिजली दफ्तर में करंट उतरने की जानकारी नहीं है। हम पूरे दिन डायरेक्टर के साथ थे। ऐसे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। एक्सईएन से बात करने के बाद ही कुछ बता पाएंगे।

ई। यूसी वर्मा, एसई शहर

कॉलिंग

बारिश की वजह से मंडी में वॉटर लॉगिंग की स्थिति बनी हुई है। जल निकासी के लिए कई बार जिम्मेदार अफसरों से मुलाकात कर इसके समाधान पर चर्चा की गई। साथ ही मंडी विस्तार के लिए भी पत्र दिए गए लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।

संजय शुक्ला, अध्यक्ष, पूर्वाचल सब्जी-फल थोक विक्रेता कल्याण समिति

सब्जी और फल मंडी में घुटने भर पानी जमा हो गया है। नगर निगम की तरफ से नाला निर्माण होने की वजह से जल निकासी नहीं हो पा रही है जिससे दिक्कत हुई है।

अवध गुप्ता, सब्जी व्यापारी

जल निकासी के लिए मंडी प्रशासन के तमाम प्रयास के बाद भी वॉटर लॉगिंग की स्थिति बनी हुई है। इसकी वजह से व्यापार भी प्रभावित हो रहा है।

अविनाश गुप्ता, नारियल व्यापारी