-इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के सेमिनार में बोले एक्सपर्ट

-बड़ी संख्या में शहर के डॉक्टर्स ने दर्ज कराई मौजूदगी

ALLAHABAD: रूमेटाइड आर्थराइटिस शरीर के सभी जोड़ों को प्रभावित कर सकता है। इसमें जोड़ों में सूजन, दर्द और विरूपता हो सकती है। यह बात वरिष्ठ गठिया रोग विशेषज्ञ डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव ने कही। वह रविवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की ओर से आयोजित 'रुमेटाइड आर्थराइटिस:आर्थराइटिस एंड एक्स्ट्रा अर्टिकुलर मैनेजमेंट' विषय आधारित सेमिनार में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की जल्द पहचान के लिए जोड़ों का एक्सरे, एमआरआई, और सीटी स्कैन करना पड़ता है।

यह जांचें भी हैं जरूरी

उन्होंने कहा कि रुमेटाइड आर्थराइटिस की पहचान के लिए कुछ और जांचें भी जरूरी हैं। इसमें खून की आरए फैक्टर, ईएसआर, एंटी सीसीपी एंटीबॉडीज जांचें शामिल हैं। इस बीमारी को पूरी तरह से नियंत्रित कर सकते हैं। इलाज के लिए दर्द निवारक दवाएं (एनएसएआईडीएस), डिजीज मोडिफाइंग एंगल आदि का प्रयोग करते हैं। सेमिनार में डॉ। जीएल गुप्ता, डॉ। जीएस सिन्हा, डॉ। एनपी सिंह, डॉ। वीके मिश्रा, डॉ। सात्विक स्वरूप, डॉ। नागेश्वर मिश्र आदि उपस्थित रहे। सेमिनार की अध्यक्षता डॉ। अनिल शुक्ला ने की। संचालन एएमए के संयुक्त सचिव डॉ। राजेश मौर्या ने किया।