-मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के चौथे दीक्षांत समारोह आर्गनाइज

-गुजरात व मध्य प्रदेश की तर्ज पर यूपी की यूनिवर्सिटी के लिए गवर्नर का आदेश

GORAKHPUR: मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के चौथे दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति व गवर्नर आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। गोल्ड मेडलिस्ट और डिग्री होल्डर्स को संबोधित किया। गवर्नर बनने के बाद आनंदीबेन का पहला दीक्षांत समारोह था। इस दौरान उन्होंने छोटे-छोटे बच्चों को शिक्षित करने के लिए प्रदेश के सभी यूनिवर्सिटी को अपने एरिया के पांच-पांच गांव गोद लेने का आदेश दिया। कहा कि उस यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेज एक-एक गांव गोद ले, गोद लेकर भूल न जाएं। बल्कि उस गांव के बच्चों को शिक्षित करें। गुजरात व मध्य प्रदेश में इस व्यवस्था लागू करने पर इसका पॉजिटिव रिस्पांस मिला था।

बच्चों को मिठाई और बाल अमृत वचन की दी गई पुस्तक

राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह कार्यक्रम मेरे लिए यूपी में पहला है। बताया कि इस कार्यक्रम में शामिल होने से पहले उन्होंने छोटे-छोटे बच्चों को इसलिए शामिल किया ताकि वे यूनिवर्सिटी में मिलने वाले मेडल के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। इन्हें फल और पुस्तकें इसलिए दी गई ताकि उनके स्कूल, टीचर उस पुस्तक के जरिए बाकी के बच्चों को एक अच्छा छात्र बन सकें। बच्चों को गीता प्रेस से प्रकाशित होने वाली बाल-अमृत वचन पुस्तक दी गई।

होना चाहिए बौद्धिक, आध्यामिक सोच

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री लेना नहीं होना चाहिए, बल्कि बौद्धिक, आध्यात्मिक विकास की सोच भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति द्वारा दी गई जानकारी को भी आत्मसात करना चाहिए। कम समय में इस यूनिवर्सिटी में काफी काम हुआ है और लगातार यूनिवर्सिटी शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है।

सीएम ने गिनाई सरकार की उपलब्धि

कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता जीवन कुछ न कुछ सीखते रहने का नाम है। कोई भी छात्र डिग्री पाकर सिर्फ नौकरी के पीछे न भागें, बल्कि समाज के उत्थान में आपकी क्या भूमिका हो सकती है इस पर भी चिंतन करें और अपनी डिग्री की सार्थकता को प्रमाणित करें। यह बातें सीएम योगी आदित्यनाथ ने एमएमएमयूटी के चौथे दीक्षांत समारोह में कही। सीएम ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का गोरखपुर में पहले आगमन के लिए अभिनंदन किया। इस दौरान इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति को डीएससी की मानक उपाधि व सभी छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई।

ट क्नोलॉजी के इस्तेमाल से ही क्रप्शन पर लगाया रोक

स एम ने कहा कि प्रदेश में सरकार बनते ही 15 करोड़ लोगों तक खाद्यान पहुंचाया गया। सरकार ने गड़बड़ी रोकने के लिए राशन कार्डो की जांच की कराई और आधार से जोड़कर ई-पॉश मशीने लगाई गई। कहा कि प्रदेश में 2 रुपए किलो गेहूं, 3 रुपए किलो चावल दिया जा रहा है। सरकार ने तकनीक का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाई। साथ ही एक हजार करोड़ रुपए की बचत भी की।

2024 तक हर घर में पहुंचेगा शुद्ध पानी

स एम ने कहा कहा कि पूर्व में इंसेफेलाइटिस से हजारों लोग प्रभावित होते थे। सरकार बनने के बाद सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसकी वजह से इंसफेलाइटिस को नियंत्रित किया जा सका। 2024 तक हर घर नल योजना के तहत हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाया जाना है। इसमें तकनीकी का कैसे बेहतर उपयोग हो सकता है। इसके लिए टेक्नोलॉजी के छात्रों को आगे आना चाहिए। नदियों के प्रदूषण को रोकने, सस्ते आवास बनाने जैसे लोक कल्याण मागरें में बेहतर तकनीकी के इस्तेमाल के लिए प्रौद्योगिकी संस्थानों को आगे आना चाहिए।