- बीएन कॉलेज में यूजी के छात्रों के लिए कंवोकेशन समारोह आयोजित

- यूजी कोर्स के 183 छात्र-छात्राओं को दिया गया सर्टिफिकेट

PATNA : मैं आपको जिम्मेदारी दे रहा हूं, आप इसे निभाएं। मैं उम्मीद करता हूं कि यदि आप परिश्रम करें तो बड़ी से बड़ी ऊंचाई को प्राप्त कर सकते हैं। डिग्री मिलना सम्मान की बात है और इसकी प्रासंगिकता जीवन भर बनी रहनी चाहिए। ये बातें पटना यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद सिंह ने बीएन कॉलेज में यूजी कोर्सेज के लिए आयोजित कंवोकेशन में बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने यूजी कोर्सेज के करीब 183 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी। इससे पहले सभी का स्वागत कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजकिशोर प्रसाद ने किया। उन्होंने कॉलेज का वार्षिक रिर्पोट प्रस्तुत किया। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि कॉलेज में छात्र-छात्राओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही छह करोड़ रुपये की लागत से सेमिनार हॉल का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। उन्होंने सभी छात्रों को नियमित रुप से क्लास करने का आह्वान भी किया। इस मौके पर प्रो वीसी डॉ डॉली सिन्हा, रजिस्ट्रार व अन्य उपस्थित रहे।

जल्द शुरु होगी बीकॉम की पढ़ाई

कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि कॉलेज में नए कोर्सेज की पढ़ाई शुरु करने की दिशा में भी हमलोग कार्यशील है। उन्होंनें आशा व्यक्त किया कि यदि बिहार सरकार यदि मंजूरी दे दे तो बीएन कॉलेज में बीकॉम और एमएससी इलेक्ट्रानिक्स की पढ़ाई 2020 से शुरु हो सकती है। इन दोनों कोर्सेज के लिए सरकार के पास आवेदन लंबित है।

पूर्व गवर्नर का किया आभार

इस मौके पर कॉलेज के काउंसलर रोशन कुमार राजा ने डिग्री मिलने पर छात्र-छात्राओं को बधाई दी। उन्होंने बिहार के पूर्व गर्वनर लालजी टंडन को यूजी कोर्सेज में कंवोकेशन सेरेमनी आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इससे छात्र-छात्राओं के बीच नई ऊर्जा का संचार हुआ है। उन्होंने कहा कि यह राज्यपाल महोदय का बड़ा सार्थक कदम रहा। उन्होंने कंवोकेशन के दौरान डिग्री प्राप्त छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि जब भी कॉलेज को जरुरत पडे़ आप कॉलेज में अपना योगदान जरुर करें। क्योंकि कॉलेज से ही आपको पहचान मिली है।

देसी परंपरा की दिखी छवि

इस समारोह के दौरान देसी परिधान और संस्कृति की झलक मिली। डिग्री प्राप्त करने वाले सभी पीले रंग की मालवीय टोपी और अंगवस्त्रम के साथ देशी परिधान में बेहद आकर्षक दिख रहे थे। वहीं पूरा कार्यक्रम का संबोधन हिंदी में प्रस्तुत किया गया।