इंतजाम

सभी केंद्रों को अलर्ट जारी, बरती जाएगी सख्ती

कापियां पहुंचाने में लेटलतीफी पड़ेगी भारी

- केंद्र व्यवस्थापकों की नहीं चल पाएगी लापरवाही

- नियमों का उल्लंघन करने पर होगी सख्त कार्रवाई

Meerut- यूपी बोर्ड ने इस बार सेंटर्स पर कापियों को सही समय पर पहुंचाने के लिए निर्देश दिए हैं। इस बार समय से कॉपी ना पहुंचाने पर केंद्राें से जवाब तलब होगा। इसके लिए सभी केंद्रों को अलर्ट कर दिया गया है। इस बार यूपी बोर्ड की कापियों को हर हाल में एक घंटे के अंदर पहुंचाना ही होगा।

सूत्रों के अनुसार प्रत्येक बोर्ड परीक्षाओं की कापियों को निर्धारित केंद्र पर पहुंचाने में केंद्र व्यवस्थापक लापरवाही बरतते है। जिसकी वजह से परीक्षार्थियों की कापियां गुम होने के ज्यादा खतरे बने रहते हैं। इन्हीं समस्याओं से बचने के लिए शासन ने यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं को निर्धारित केंद्र तक पहुंचाने का जिम्मा केंद्र व्यवस्थापकों को सौंपा है।

देरी पर देना होगा स्पष्टीकरण

जहां बोर्ड ने कापियों की जिम्मेदारी केंद्र व्यवस्थापकों को सौंपी है। वहीं दूरस्थ केंद्रों पर परीक्षा समाप्त होने के तीन घंटे व शहर के केंद्रों को एक घंटे में कापियों का संकलन कर केंद्र तक पहुंचानी होगी। इतना ही नहीं जो केंद्र व्यवस्थापक देरी करेंगे। उनसे जवाब-तलब कर लिखित में स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा। स्पष्टीकरण न दिया तो संबंधित केंद्र व्यवस्थापक की सैलरी काटने तक की कार्रवाई हो जाएगी।

कापियों से छेड़छाड़ की आशंका

गौरतलब है कि परीक्षा केंद्रों से संकलन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिका जमा कराने में कई-कई घंटे लग जाते हैं। जिससे बीच में कापियों के साथ छेड़छाड़ की आशंका रहती है। यही नहीं कई बार देर शाम तक कापियां पहुंचती रहती हैं। ऐसे में कई बार तो कॉपी गायब होने या अदला बदली होने के केस भी सामने आए है। पिछले कई सालों के अनुभवों को देखते हुए ही अब माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस संबंध में समय सीमा तय कर दी है। जिलों से पहुंची शिकायतों के आधार पर अब उत्तर पुस्तिका जमा करने के लिए तीन घंटे से अधिक समय नहीं मिलेगा। शहर के केंद्रों को संकलन कर केंद्र तक उत्तर पुस्तिका एक घंटे में पहुंचानी होंगी। जिस केंद्र से समय अवधि में कापियां नहीं आएंगी उनके केंद्र व्यवस्थापक से जवाब-तलब किया जाएगा और लिखित में स्पष्टीकरण देना होगा।

गड़बड़ी हुई तो लगेगी क्लास

बोर्ड ने इसके साथ ही सभी केंद्रों को निर्देश दिए है कि अगर समय से कॉपी न पहुंची, कॉपी की अदला बदली मिली, कॉपी के पन्ने गायब मिले या फिर किसी तरह की गड़बड़ी मिली तो संबंधित सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके साथ ही केंद्र को डिबार भी घोषित किया जाएगा।

इससे कापियों के साथ रास्ते में छेड़छाड़ नहीं हो सकेंगे। क्योंकि समय सीमा के अंदर कापी भेजने की जल्दबाजी रहेगी। इससे केंद्रों की छवि भी खराब होने से बच सकेगी।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस

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