लखनऊ (पीटीआई / आईएएनएस)। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा किया जा रहा विरोध-प्रदर्शन अब उत्तर प्रदेश में भी बढ़ता जा रहा है। किसानों द्वारा 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वाहन किए जाने का समाजवादी पार्टी पूरा समर्थन कर रही है। ऐसे में हालातों को देखते यूपी पुलिस ने सोमवार को समाजवादी पार्टी मुख्यालय के आस-पास के क्षेत्र में घेराबंदी कर दी और सपा नेता अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया। अखिलेश यादव को तब हिरासत में लिया गया जब बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक उनके घर के बाहर इकट्ठा हो गए और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बाहर आ गए और अपने आवास के द्वार के बाहर धरने पर बैठ गए।


सरकार किसानों की आवाज नहीं दबा सकती
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार किसानों की आवाज नहीं दबा सकती। अगर पुलिस मुझे गिरफ्तार करना चाहती है, तो मैं जेल जाने के लिए तैयार हूं। मेरी पार्टी किसानों के कल्याण के लिए लड़ती रहेगी। पुलिस ने पूरे राज्य में सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा हम किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लड़ रहे हैं, जैसा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था। अखिलेश यादव का कहना है कि अगर नए कृषि कानूनों का उद्देश्य किसानों की मदद करना है, तो वे युद्ध के रास्ते पर क्यों हैं? सरकार इतना अडिग क्यों है? यदि किसानों को नए कानून नहीं चाहिए, तो सरकार को ये वापस लेना चाहिए।


मायावती ने भी ट्वीट कर किया सपोर्ट
इसके अलावा अखिलेश यादव ने ट्वीटर पर शायरी के जरिए भी अपनी बात कही। अखिलेश ने कहा कि कदम-कदम बढ़ाए जा, दंभ का सर झुकाए जा ये जंग है जमीन की, अपनी जान भी लगाए जा किसान-यात्रा में शामिल हों। एक अन्य ट्वीट किया जहां तक जाती नजर वहां तक लोग तेरे खिलाफ हैं ऐ ज़ुल्मी हाकिम तू किस-किस को नजरबंद करेगा। मायावती ने भी किसानों के समर्थन में ट्वीट किया कि कृषि से सम्बंधित कानूनों की वापसी को लेकर पूरे देश भर में किसान आन्दोलित हैं व उनके संगठनों ने दिनांक 8 दिसम्बर को भारत बंद का जो एलान किया है बसपा उसका समर्थन और केन्द्र से किसानों की मांगों को मानने की अपील करती है।

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