RANCHI: अगर आपकी भी उम्र 40 साल से अधिक और साठ साल के आसपास है तो अभी सबसे ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है। इस उम्र के लोगों के ही कोरोना की चपेट में आने की आशंका है। चूंकि उम्र ढलने के साथ इंसान का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होने लगता है। वहीं वायरल की चपेट में तेजी से आ जाते हैं। इतना ही नहीं, 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गो के इलाज में थोड़ी ज्यादा परेशानी भी झेलनी पड़ती है। चूंकि उनपर वायरस का असर तेजी होता है। ऐसे ही लोगों को कोरोना से बचाव का उपाय बता रहे हैं हमारी सिटी के मेडिसीन के डॉ बिंदे कुमार व टीबी एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ ब्रजेश मिश्रा।

बेवजह घर से ना निकलें

रोड पर हर तरह के लोग घूम रहे हैं। ऐसे में किसी भी इंफेक्टेड व्यक्ति के संपर्क में आने से वायरल फ्लू भी हो सकता है। इसलिए बेहतर है कि घर में ही रहें। अगर घर के किसी फैमिली मेंबर को भी कफ, कोल्ड और फ्लू के लक्षण हो, तो उनसे दूरी बनाकर रखें।

घर में रखें जरूरी दवाएं

अगर कोई भी व्यक्ति जो 40-60 साल के बीच या उससे अधिक उम्र का है और उन्हें फ्लू जैसी समस्या है तो इमरजेंसी के लिए जरूरी दवाएं रख लें। इसके बाद भी अगर दवा काम नहीं करती है तो अपने फैमिली डॉक्टर या फोन पर डॉक्टर से सलाह लेकर दवाई ले लें। इमरजेंसी की स्थिति में ही इलाज कराने के लिए हॉस्पिटल या डॉक्टर के क्लिनिक जाएं तो बेहतर होगा।

बेहतर डाइट से बच्चों का इम्युन सिस्टम दुरुस्त

छोटे बच्चों का इम्युन सिस्टम उनकी तरह ही नाजुक होता है। ऐसे में वायरल फीवर तेजी से फैलता है। वहीं बच्चों के ग्रुप में किसी एक को हो जाए तो एक-एक कर सभी इसकी चपेट में आ जाते हैं। इसलिए बच्चों को घर में ही रखना होगा। वहीं इसके लिए बच्चों को बेहतर डाइट भी देने की जरूरत है जो इम्युनिटी सिस्टम को दुरुस्त रखे।

इटली में कोरोना की चपेट में ज्यादा बुजुर्ग

इटली में कोरोना से होने वाली मौत में सबसे ज्यादा संख्या बुजुर्गो की हैं, जिनका कोरोना की चपेट में आने के बाद इलाज करना मुश्किल हो गया। वहीं लाख कोशिश के बाद भी जान नहीं बचाई जा सकी। इसलिए इस एज ग्रुप को इंफेक्शन होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में इस ग्रुप को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। हालांकि 60 से अधिक उम्र वालों को रिकवर होने में काफी टाइम लग जाता है।

कोविद-19 कोरोना वायरस से फैलने वाली बीमारी है। इसलिए भीड़ में जाने से बचने की जरूरत है। अगर जरूरी न हो तो घर में ही रहें और लोगों से दूरी बनाकर रखें। बच्चों को तो घर में बंद रखना होगा। तभी इस बीमारी को फैलने से रोक सकते हैं। हालांकि अभी तक कोई पॉजीटिव केस नहीं है तो राहत है। अगर आ जाता है तो हमलोग एज ग्रुप को देखते हुए ही कदम उठाएंगे।

डॉ बिंदे कुमार, डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसीन, रिम्स

छूने से और इंफेक्टेड के संपर्क में आने से यह बीमारी फैल रही है। ऐसे में बुजुर्गो को तो घर में ही आराम करना है। बच्चों के पेरेंट्स भी इसका ध्यान रखें। जरूरत न हो तो बाहर किसी भी हाल में न जाएं। जब बाहर ही नहीं जाएंगे तो इंफेक्शन होने की संभावना नहीं होगी। स्मोकर्स और अस्थमा के पेशेंट्स को यह बीमारी हो गई तो संभालना मुश्किल हो जाएगा।

डॉ ब्रजेश कुमार मिश्रा, टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट, रिम्स