PATNA : बिहार में कोराना टेस्टिंग अब फास्ट ट्रैक पर दौड़ने लगी है। पहले पटना स्थित आरएमआरआई में ही जांच की व्यवस्था थी। अब पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और डीएमसीएच में भी कोराना की जांच के लिए लैब शुरू हो गई है। इससे आरएमआरआई से जांच का दबाव कम हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो पहले 100 से 125 सैंपल की ही जांच हो पाती थी। मगर आईजीआईएमएस, पीएमसीएच और डीएमसीएच में लैब के शुरू होने से अब 400 से 450 सैंपल की जांच हर दिन हो रही है। अब तक बिहार 2945 सैंपल जांच हो चुकी है। जिसमें से 32 लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। ऑब्जरवेशन पर 11584 लोगों को रखा गया है। इनमें से सस्पेक्टेड लोगों को जल्द ही कोरोना जांच किया जाएगा।

-भागलपुर में भी होगी जांच

अधिकारियों की माने तो कोरोना के सक्रमण को रोकने के लिए जांच में तेजी लाने की जरूरत है। इसके लिए भागलपुर में जल्द ही कोरोना टेस्टिंग लैब स्थापित की जाएगी। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। इसके अलावा बिहार के सभी जिला मुख्यालयों उसके बाद प्रखंड स्तर पर कोरोना जांच केंद्र स्थापित किए जाएंगे। जिससे लोगों को कोरोना जांच के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा और वे घर बैठे ही कोराना जांच करा सकेंगे।

-एनएमसीएच आइसोलेशन 28

-पीएमसीएच आइसोलेशन कम करंटटाइन- 23

ऐम्स current time isolation 6

जांच करने की क्षमता

-आरएमआरआई 400

-पीएमसीएच 150

-आईजीआईएमएस 150

-डीएमसीएच 150

पीएमसीएच में जांच में पेच

सिविल सर्जन राजकिशोर चौधरी ने बताया कि कोरोना टेस्टिंग के लिए पीएमसीएच में मशीनें लगाई गई हैं। जिसका ट्रायल भी हो गया। मगर तकनीकी कमी के चलते टेस्ट अभी नहीं हो पा रहा है। इसके लिए विभाग को अवगत करा दिया गया है। यहां टेस्ट शुरू होने से पीएमसीएच सही आसपास के कई जिलों के सैंपल्स की यही पर होगी।

वर्जन

कोरोना टेस्टिंग का दायरा बढ़ाया गया है। अब 400 से 450 सैंपल की जांच प्रतिदिन हो रही है। पीएमसीएच में भी जल्द जांच का काम शुरू होगा।

-राजकिशोर चौधरी सिविल सर्जन पटना