नई दिल्ली (पीटीआई)। भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री का मानना है कि, कोरोना के चलते क्रिकेट जगत में जो शांति आई है वह भारतीय खिलाडिय़ों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। पिछले साल वर्ल्डकप के बाद से टीम इंडिया और उनका पूरा स्टॉफ घर पर 10-11 दिनों से ज्यादा नहीं रुक पाया। ऐसे में यह ब्रेक उनके लिए काफी जरूरी था। शास्त्री ने कहा, 'यह आराम का दौर हमारे लिए बुरा नहीं है क्योंकि न्यूजीलैंड दौरे के बाद भारतीय खिलाड़ी काफी थक गए थे। उनमें शारीरिक और मानसिक थकान थी।' बता दें शास्त्री इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन और नासिर हुसैन और रॉब के साथ स्काई स्पोर्ट्स पॉडकास्ट पर बोल रहे थे।

खिलाडिय़ों के लिए आराम का समय

शास्त्री के मुताबिक, भारतीय खिलाडिय़ों को इस समय का सदुपयोग करना चाहिए। न्यूजीलैंड दौरे पर पांच टी-20, तीन वनडे और दो टेस्ट के बाद खिलाडिय़ों में थकान आई थी, ये समय उनको रिफ्रेश करने का है। शास्त्री ने कहा, "पिछले दस महीनों में हमने काफी क्रिकेट खेली है। मेरे जैसे लोग, और सपोर्ट स्टाफ के कुछ अन्य लोग, हम 23 मई को इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए भारत से चले गए थे। उसके बाद से हम 10 या 11 दिनों के लिए ही घर पर रहे। कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीनों प्रारूप खेले हैं, इसलिए आप कल्पना कर सकते हैं कि यह उन पर किता वर्कलोड था। विशेष रूप से मैदान पर, टी 20 से टेस्ट मैच में खुद का ढालना आसान नहीं। क्योंकि हमने काफी यात्रा भी की।' विश्व कप के बाद, भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज की यात्रा की, फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक लंबी घरेलू श्रृंखला खेली, जिसके बाद न्यूजीलैंड का पूरा दौरा किया।

पहले ही अंदाजा हो गया था

भारत में इस समय 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है। शास्त्री के अनुसार, उनके खिलाडिय़ों का इस बात का आभास पहले हो गया था। क्योंकि अफ्रीका दौरा बीच में रद किर दिया गया। यह काफी हैरान वाला था।' कोच ने आगे कहा, 'न्यूजीलैंड में जब हमें वाया सिंगापुर ले जाया गया तो सबको शक हुआ। मगर जब हम भारत में लैंड हुए उस वक्त तक न्यूजीलैंड में कोरोना के सिर्फ दो मामले थे मगर अब यह संख्या 300 के पार पहुंच गई।

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