कानपुर। दिल्ली-एनसीआर में एक कोरोनोवायरस के मरीज बढ़ने के बाद सर्जिकल और N95 मास्क की मांग देखते ही देखते कई गुना बढ़ गई है। इससे मास्क के रेट भी बढ़ गए हैं। लोगों का कहना है कि मास्क और हाथ साफ करने के लिए इस्तेमाल होने वाले सैनिटाइजर वास्तविक लागत से बहुत अधिक दरों पर बेचे जा रहे हैं। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में लोगों का दावा है कि जो सर्जिकल मास्क आमताैर पर 10 रुपये में बिकते हैं वाे अब 40 रुपये या उससे अधिक में बेचे जा रहे हैं। वहीं जो N95 मास्क जो लगभग 150 रुपये में बिकते हैं वो अब 500 रुपये तक में बेचे जा रहे हैं। सेक्टर 62 में एक निजी फर्म के एक वरिष्ठ प्रबंधक प्रिंस त्यागी का कहना है कि वे रिकंमडेड N95 मास्क खरीदने निकले थे लेकिन बाजार में नही मिला। इसलिए मुझे मजबूरी में सर्जिकल मास्क खरीदना पड़ा।

मास्क के साथ बढ़ गई सैनिटाइजर की भी डिमांड

गौतम बौद्ध नगर केमिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूप खन्ना ने कहा कि नोएडा में संदिग्ध कोरोनोवायरस मामलों सोशल मीडिया पर आई खबरों के बाद सुबह करीब 10 बजे मास्क और हाथ साफ करने वाले सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है। अनूप खन्ना ने इस संबंध में न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात चीत करते हुए कहा, जो फार्मेसी रोजाना औसतन 10-15 मास्क बेचती है, वो आज 100 से ज्यादा मास्क बेच रही है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कई सेवेरल रिटेलर स्टॉक से बाहर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वायरस के खिलाफ रोकथाम के लिए हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा रिकमंडेड एन 95 मास्क की भारी मांग है। लोग कोरोनावायरस के डर से मास्क खरीदने में जुटे हैं।

40 सालों में कभी नहीं देखी इस तरह मास्क की मांग

अनूप खन्ना ने कहा कि मैंने 40 वर्षों में पहले कभी इस तरह से मास्क की मांग नहीं देखी है। नोएडा के सेक्टर 18 मार्केट के अध्यक्ष सुशील जैन ने कहा कि उन्हें एमआरपी से अधिक मूल्य पर मास्क बेचने वाले कई फार्मेसियों के बारे में पता चला है। उनका कहना है कि इस तरह की स्थिति में कीमतों को विनियमित करने के लिए सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा सरकार के पास एक ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिसमें आवश्यक उत्पादों की कीमतों और आपूर्ति जैसी स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। बता दें कि दिल्ली-नाेएडा समेत कई शहरों में कोरोनावायरस के मरीज सामने आ चुके हैं।

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