नई दिल्ली (पीटीआई)। Coronavirus आयुष मंत्रालय ने बुधवार को एक हेल्थ एडवाइजरी जारी की और बताया कि होम्योपैथिक और यूनानी दवाएं कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में काफी मदद कर सकती हैं। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी (सीसीआरएच) के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के साथ मंगलवार को हुई एक बैठक के बाद यह एडवाइजरी जारी की गई है। उस बैठक में होम्योपैथी के माध्यम से कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के तरीकों और साधनों पर चर्चा की गई। यह सुझाव दिया गया है कि होमियोपैथिक दवा 'आर्सेनिकम एल्बम 30' को कोरोना वायरस से लड़ने वाली दवा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे तीन दिन तक रोजाना खाली पेट खाना होगा।

एक महीने बाद दवा के खुराक को दोहराना होगा

एडवाइजरी में कहा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण होने की स्थिति में उसी शेड्यूल का पालन करते हुए खुराक को एक महीने के बाद दोहराया जाना चाहिए। इसके अलावा, एडवाइजरी में यह भी सुझाव दिया गया है कि कुछ आयुर्वेदिक दवाएं, यूनानी दवाइयां और घरेलू उपचार भी कोरोना वायरस से लड़ने में उपयोगी हो सकते हैं। मंत्रालय ने यह भी सलाह दी है कि इस संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई पर ध्यान दें, कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से हाथ धोएं, आँख, नाक और मुंह को गंदे हाथों से ना छूएं और उन लोगों से दूर रहें, जो पहले से बीमार हैं।

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चेहरे को ढंकने की दी गई है सलाह

मंत्रालय ने खांसी या छींक के दौरान चेहरे को ढंकने की सलाह दी है। इसके अलावा यात्रा या सार्वजनिक स्थानों पर काम करते समय एन 95 मास्क का उपयोग करने का सुझाव दिया है। एडवाइजरी में कहा गया है, 'यदि आपको कोरोना वायरल संक्रमण का संदेह है, तो मास्क पहनें और अपने नजदीकी अस्पताल से तुरंत संपर्क करें।' बता दें कि कोरोना वायरस अब तक 132 लोगों का जान ले चुका है और चीन में कम से कम 6,000 अन्य लोग इससे प्रभावित हैं। भारत में, महाराष्ट्र, गोवा, ओडिशा और दिल्ली सहित कई राज्यों में संदिग्ध कोरोना वायरस संक्रमण के लिए कई लोग अस्पतालों में निगरानी में हैं।

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