कोच्चि / कोलकाता / हैदराबाद / मंगलुरु (एजेंसियां)। कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के बीच रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया। इस दाैरान शुक्रवार को रमजान के पहले दिन कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में मस्जिदें बंद रहीं। कोच्चि के पदिवाट्टोम महाल्लू मुस्लिम जामा-एथलीट मस्जिद के इमाम मस्जिद के अंदर ही हैं, जबकि यह आम जनता के लिए बंद है। मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें कहा गया है कि अगली सूचना तक कोई भी नमाज नहीं अदा की जाएगी। इमाम का कहना है कि मैं मस्जिद में उस दिन से रह रहा हूं जिस दिन लाॅकडाउन किया गया था। घर में वापस जाना और हर दिन मस्जिद में आना लॉकडाउन के कारण संभव नहीं है। रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है और आमतौर पर, रोजेदार मस्जिदों में रोजा तोड़ने के लिए आते हैं। इस साल हमने रोजेदार को घर पर भोजन तैयार करने और उनके परिवारों के साथ उपवास तोड़ने का निर्देश दिया है।

सीएम ने रमजान माह की शुरुआत पर लोगों को बधाई दी

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी आज रमजान माह की शुरुआत पर लोगों को बधाई दी। ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की कि वे कोराेना वायरस के खिलाफ जारी जंग में एकजुट होकर लड़े। इसके साथ उन्होंने मुस्लिमाें से कहा कि एक स्वस्थ वायरस मुक्त समाज सुनिश्चित करने के लिए अपने घरों में ही रहें और वहीं से नमाज अदा करें। इस दाैरान सभी एहतियाती उपाय करें। एक बात जो हमने अपने पूर्वजों से सीखी है, वह है बुराई पर अच्छाई हमेशा जीतती है। उपरवाला हमे आशीर्वाद देगा और सब ठीक होगा।

विभिन्न विभागों को विशेष रूप से तैयार किया गया

हैदराबाद में रमजान के पवित्र महीने में यहां विभिन्न विभागों को विशेष रूप से तैयार किया गया है ताकि लोगों काे विशेषकर मुस्लिम बहुल इलाकों में निर्बाध बिजली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। हर साल सरकारें रमजान के दाैरान नमाज के लिए और 'इफ्तार' आदि के लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्था करती थीं। लगभग चौबीसों घंटे खरीदारी करने के लिए यातायात आदि की व्यवस्था रहती थी। हालांकि इस बार कोरोना वायरस संकट के बीच पहले ही लोगों से कहा जा चुका है कि वे घरों स न निकलें। मस्जिदों में नमाज व इफ्तार न करें।

शुक्रवार को कर्नाटक के तटीय जिलों में रमजान शुरू

वहीं दक्षिण कन्नड़ क़ाज़ी ट्वका अहमद मुसलीयर के अनुसार, केरल में अर्धचंद्राकार चंद्रमा के दर्शन के साथ रमजान का पवित्र महीना शुक्रवार को कर्नाटक के तटीय जिलों में शुरू हुआ। रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां और सबसे पवित्र महीना है। इस दौरान मुसलमान सुबह से शाम तक उपवास करते हैं और इसका समापन ईद-उल-फितर के त्योहार के साथ होता है। नूरुद्दीन सलमारा, डीके वक्फ सलाहकार समिति के सदस्य ने एक अपील में लोगों से कहा है कि मस्जिदों की बजाय नमाज घर पर ही पढ़ें। इसके अलावा इफ्तार पार्टी न आयोजित करें।

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