टोक्यो/लुसाने (आईएएनएस/एएनआई)। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने सोमवार को इस संभावना की ओर इशारा किया कि टोक्यो ओलंपिक और पैरालिंपिक खेलों को इस गर्मी में स्थगित किया जा सकता है यदि वे अपने पूर्ण रूप में आयोजित नहीं किए जाते हैं। आबे का कहना है, "इस तरह से खेलों को आयोजन मुश्किल है, तो हमें एथलीटों के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इसे स्थगित करने का फैसला करना होगा।' बता दें इससे पहले आबे ने कहा था कि जापान इस बार ओलंपिक के आयोजन को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। मगर पूरी दुनिया में फैली कोरोना महामारी ने जिस तरह से अंतरर्राष्ट्रीय खेलों पर प्रतिबंध लगा रहा है, ऐसे में ओलंपिक भी इससे अछूता नहीं है।

अंतिम निर्णय चार सप्ताह में

आबे कहते हैं, ओलंपिक के रद होने या न होने पर अंतिम फैसला आईओसी लेगी। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने रविवार को कहा कि कोरोनोवायरस के मद्देनजर 2020 टोक्यो ओलंपिक के संभावित स्थगन पर अंतिम निर्णय चार सप्ताह में किया जाएगा। आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा, 'सभी स्टेकहोल्डर के साथ मिलकर ओलंपिक के स्थगन होने या न होने को लेकर चर्चा शुरु हो गई है। हम बहुत मेहनत कर रहे हैं, और हम आश्वस्त हैं।'

ओलंपिक रद करना समिति के एजेंडे में नहीं

आईओसी अध्यक्ष के अनुसार, जापान में कोविड-19 के सुधार की स्थिति आत्मविश्वास को मजबूत करती है कि टोक्यो में ओलंपिक खेलों को समय पर आयोजित किया जा सके। उन्होंने कहा, 'एक ओर, जापान में महत्वपूर्ण सुधार हैं जहाँ लोग ओलंपिक की मशाल का गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं। इससे हमारे जापानी मेजबानों में हमारा विश्वास मजबूत हो सकता है कि हम कुछ सुरक्षा प्रतिबंधों के साथ, अपने सिद्धांत का सम्मान करते हुए देश में ओलंपिक खेलों का आयोजन कर सकते हैं।' बाक ने यह भी कहा कि ओलंपिक रद करना समिति के एजेंडे में नहीं था, लेकिन कोविड-19 से संबंधित परिस्थितियों को देखते हुए, प्रतियोगिताओं की एक नई तारीख निर्धारित नहीं की जा सकती थी। टोक्यो ओलंपिक खेलों को 24 जुलाई से 9 अगस्त तक आयोजित किया जाना है।