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कानपुर (ब्‍यूरो)Corona Kanpur News Live Update: शहर के एलएलआर हॉस्पिटल के कोविड-19 आईसीयू में संदिग्ध कोरोना पेशेंट्स की मौत का सिलसिला जारी है। थर्सडे को यहां भर्ती किए गए दो और संदिग्ध कोरोना पेशेंट्स की इलाज के दौरान मौत हो गई. मरने वालों में 9 साल की बच्ची और अधेड़ शामिल है। इन दोनों की कोरोना जांच के लिए सैंपल लैब भेजे गए हैं।

वेडनसडे को हालत बिगडने पर हुए भर्ती

गड़रिया मोहाल में रहने वाली नौ साल की बच्ची को तीन दिन से बुखार आ रहा था और सांस लेने में भी प्रॉब्लम थी। वेडनसडे को हालत बिगडऩे पर देर रात 2 बजे परिजन उसे लेकर सीधे मेटर्निटी विंग की फ्लू ओपीडी पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने हालत गंभीर बताते हुए उसे भर्ती किया और इलाज के लिए कोविड-19 आईसीयू भेज दिया। साथ ही उसके नेजल और थ्रोट स्वॉव का सैंपल भी लिया। इलाज के दौरान थर्सडे तड़के उसकी मौत हो गई.

मेडिकल टीम की देखरेख में अंतिम संस्‍कार

वहीं लक्ष्मी पुरवा में रहने वाले एक अधेड़ को खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर परिजन देर रात उसे लेकर हैलट की फ्लू ओपीडी पहुंचे। हालत नाजुक होने पर उसे भी न्यूरो साइंस सेंटर में कोविड-19 आईसीयू में भेजा गया। साथ ही सैंपल भी लिया। सुबह छह बजे उसकी मौत हो गई. कोरोना संदिग्ध मानते हुए दोनों का शव प्रोटोकाल के मुताबिक सेनेटाइज और सील कराके परिजनों के साथ भैरोघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह भेजा गया। जहां मेडिकल टीम की देखरेख में दोनों का अंतिम संस्कार हुआ.

घूम-घूम कर इंफेक्शन फैलाते रहे कोरोना पॉजिटिव लोग

कोरोना वायरस की रिपोर्ट आने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक बड़ी लापरवाही सामने आई। शहर के नारायणा रिसर्च सेंटर में क्वारंटीन किए गए तीन कोरोना पॉजिटिव पेशेंट रिपोर्ट आने के 16 घंटे तक वहीं पर दूसरे लोगों के बीच रहे। उन्हें आइसोलेट कराने की जिम्मेदारी जिनके पास थी वह खुद ही इन मरीजों से संपर्क करने से कतराते रहे। मामला डीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने एसीएम को वहां भेजा। जिसके बाद तीनों कोरोना पॉजिटिव मरीजों को एंबुलेंस के जरिए हैलट लाया गया और आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया। इस दौरान कई घंटों क्वारंटीन किए गए लोगों के बीच रहे इन मरीजों ने संक्रमण फैलाया।

रिपोर्ट की जानकारी रात को दे दी गई थी

नारायणा रिसर्च सेंटर में मदरसे से जुड़े बच्चों के साथ कर्नलगंज में कोरोना वायरस से मरने वाले मुतवल्ली के भाई के संपर्क में आए दो दर्जन से ज्यादा लोगों को क्वारंटीन पर रखा गया है। वेडनसडे रात 8 बजे मेडिकल कॉलेज की लैब से सीएमओ आफिस और डीएम को तीन कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स की रिपोर्ट की जानकारी दे दी गई थी। पॉजिटिव आने वाले पेशेंट्स में वायरस से मरने वाले शख्स की बेटी और एक रिश्तेदार महिला के साथ मदरसे का एक छात्र भी शामिल है।

रात भर तीनों कोरोना पाजिटिव बाकी लोगों के साथ रहे

प्रोटोकॉल के मुताबिक रिपोर्ट आते ही उन्हें तुरंत आइसोलेट कर देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रात भर तीनों कोरोना पाजिटिव मरीज क्वारंटीन किए गए लोगों के साथ ही रहे। सुबह उन्हें आइसोलेट करने की प्रक्रिया शुरू हुई तो नारायणा की जिम्मेदारी संभाल रहे डॉक्टर्स इन मरीजों से संपर्क करने से ही कतराते रहे। 11 बजे जब एसीएम वहां पहुंचे तब इन तीनों को एंबुलेंस में बैठाया गया। जिसके बाद तीनो को हैलट में आइसोलेट किया गया।

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