29 साल से कागजों में सीमित निगम की कूड़ा निस्तारण योजना

गावड़ी, मंगतपुरम और लोहियानगर में कूडे़ का पहाड़

स्थानीय लोगों ने कूड़ा डंपिंग का फिर विरोध करना किया शुरू

2 साल से अधिक बीत चुके हैं गावड़ी में रिसाइकलिंग प्लांट के शिलान्यास के

1990 में गावड़ी में कूडा निस्तारण प्लांट का रखा गया था प्रस्ताव

Meerut। कूड़ा निस्तारण की समस्या निगम के लिए परेशानी का सबब है। हालत यह है कि निगम के लिए लोहियानगर डंपिंग ग्राउंड का सहारा भी खत्म हो रहा है। तकरीबन एक साल से लोहियानगर में कूड़ा डंप किया जा रहा है, जिससे यहां पर कूड़े का पहाड़ बन गया है। अब स्थानीय लोगों ने एक बार फिर कूड़ा डंपिंग का विरोध करना शुरू कर दिया है। दो दिन पहले ही कूड़ा डालने आई गाडि़यों को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा। वहीं, दूसरी तरफ गांवड़ी स्थित डंपिंग ग्राउंड में रिसाइकलिंग प्लांट का शिलान्यास हुए दो साल से ज्यादा बीत चुका है, लेकिन अभी तक प्लांट शुरु नही हो सका है। ऐसे में 29 साल से प्लांट की आस अधर में है।

1990 में शुरु हुई थी योजना

गौरतलब है कि साल 1990 में तत्कालीन मेयर अरुण जैन ने गावड़ी में कूडा निस्तारण प्लांट की योजना का प्रस्ताव रखा था। योजना थी कि शहर का कूड़ा एकत्र कर गावड़ी में स्थित प्लांट से बिजली उत्पन्न की जाएगी। लेकिन यह योजना सिर्फ कागजी ही साबित हुई। नतीजा यह है कि 29 साल बाद गांवड़ी में कूडे़ का पहाड़ बन चुका है।

गत वर्ष हुआ था शिलान्यास

दो साल पहले हैदराबाद की कंपनी से निगम ने कूडे़ से खाद बनाने का एग्रीमेंट किया था। इसके तहत जनवरी माह में गावड़ी में प्लांट का शिलान्यास भी हो गया। इस शिलान्यास के बाद अप्रैल तक गावड़ी में प्लांट खुलने की उम्मीद में कूड़ा एकत्र किया जाता रहा है, लेकिन प्लांट का काम शुरु होने से पहले ही एग्रीमेंट निरस्त हो गया।

निगम की परेशानी

नगर निगम ने शहर के कूड़े के निस्तारण के लिए गावड़ी और मंगतपुरम में प्लांट की योजना बनाई थी। इसके तहत शहर का कूड़ा एकत्र कर दोनो जगह पर कूडे़ का पहाड़ लगाया गया तो आसपास के लोगों ने विरोध कर निगम को खदेड़ दिया। इसके बाद गत वर्ष लोहियानगर में निगम ने कूड़ा डालना शुरु किया तो विरोध झेलना पड़ा, लेकिन तब निगम ने निस्तारण के लिए प्लांट का आश्वासन देकर लोगों को शांत करा दिया था, लेकिन अब साल बीतने के बाद भी लोहियानगर में कूडे़ का निस्तारण नही हो सका। अब कूडे़ का ढेर बढ़ता देख लोहियानगर के आसपास भी लोगों ने विरोध की चेतावनी जारी कर दी है।

गावड़ी में प्लांट की शुरुआत के लिए प्रयास चल रहे हैं कई कंपनियों से प्लांट की बात भी हो रही है। लोहियानगर में भी लगातार साफ सफाई और दवा का छिड़काव कराया जा रहा है जबतक नया विकल्प नही मिलता तब तक कूड़ा एकत्र करने के अलावा कोई और विकल्प नही है।

डॉ। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी