देहरादून: कालसी में आठ लाख रुपये की विधायक निधि घोटाले में फंसे प्रभारी बीडीओ की फाइल शासन ने ग्राम्य विकास आयुक्त को भेज दी है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि फाइल आयुक्त को मिलते ही निलंबन की कार्रवाई तय है। इधर, प्रमोशन को लेकर अधिकारी सफाई देते फिर रहे हैं। हालांकि प्रमोशन के बाद जिला प्रशासन ने रिलीव करने से साफ इनकार कर दिया है।

विकास खंड कालसी में विधायक निधि के बजट में आठ लाख रुपये का घपला सामने आया है। इस मामले में प्रभारी बीडीओ वैजयंती प्रसाद और कनिष्ठ सहायक कमलेश्वर तिवारी की भूमिका संदिग्ध मानी गई है। इस मामले में सीडीओ जीएस रावत ने दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को लिखा है। ग्राम्य विकास विभाग के अपर सचिव रामविलास यादव ने बताया कि देहरादून के सीडीओ का पत्र मिल गया है। आरोपित बीडीओ वैजयंती प्रसाद और कनिष्ठ सहायक तिवारी के खिलाफ विभागीय जांच की कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके लिए ग्राम्य विकास आयुक्त पौड़ी को फाइल भेज दी है। जल्द आरोपित बीडीओ के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि आरोपित के प्रमोशन के लिए डीपीसी पहले हो गई थी। ऐसे में प्रमोशन को रोकना मुश्किल है। इसके लिए न्याय विभाग से राय मांगी जाएगी। प्रभारी डीएम सीडीओ जीएस रावत ने बताया कि आरोपित से एनओसी मांगी गई है। जब तक एनओसी नहीं मिलती, तब तक उन्हें रिलीव नहीं किया जाएगा।