DEHRADUN: तीन करोड़ के लोन घोटाले में फंसे एसबीआई के चीफ मैनेजर सुजीत लोहनी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। इसके अलावा सीबीआई चल और अचल संपत्ति की जांच के बाद आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा भी दर्ज कर सकती है। सीबीआई छापेमारी के दौरान आरोपित के घर, बैंक से मिले प्रॉपर्टी के दस्तावेज, बैंक खाते, बैंक लॉकर आदि की जांच में जुट गई है। जल्द इस मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है।

मैनेजर के घर पर हुई थी छापेमारी

सीबीआई ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की हरिद्वार के शिवालिक नगर स्थित शाखा के चीफ मैनेजर सुजीत लोहनी समेत 15 लोगों पर 31 मई 2018 को भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे की विवेचना अभी जारी थी कि नौ जुलाई को सीबीआई ने आरोपित चीफ मैनेजर के घर छापेमारी कर चल-अचल संपत्ति का ब्योरा जुटाया। इस दौरान आरोपित के बैंक लॉकरों से लाखों के जेवर भी बरामद किए गए। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि अभी प्रॉपर्टी के दस्तावेजों, आरोपित के घर मिली बैंक पासबुक, परिजनों के नाम दर्ज संपत्ति, आरोपित को वेतन और अन्य स्रोत से मिली रकम का ब्योरा जुटाया जा रहा है। रकम की जांच पूरी होने के बाद सीबीआई इस मामले में आरोपित की गिरफ्तारी कर सकती है। इसके साथ ही सीबीआई तीन करोड़ के बैंक लोन में शामिल रहे 15 लोगों की भूमिका की भी अलग से जांच कर रही है। सीबीआई के एसपी अखिल कौशिक का कहना है कि अभी जांच चल रही है। जांच में यदि आय से अधिक संपत्ति सामने आएगी तो निश्चित ही एक और मुकदमा दर्ज होगा।