- विजिलेंस की रेड के बाद भी दलालों में नहीं खौफ

- 21 नवंबर को रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचे गए थे दो दलाल

- कैमरे में कैद हुए आरटीओ अॅफिस में दलाल

देहरादून।

विजिलेंस की रेड के बावजूद आरटीओ ऑफिस में दलालों का राज कायम है। 10 दिन पहले ही आरटीओ ऑफिस में विजिलेंस ने दो दलालों को सरकारी कुर्सी पर रिश्वत लेते रंगे हाथ अरेस्ट किया था। इसके बाद कुछ दिन आरटीओ ऑफिस में सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन अब दोबारा यहां दलालों की चहलकदमी शुरू हो गई है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने सैटरडे को आरटीओ ऑफिस का जायजा लिया तो शिकार की तलाश में दलाल ऑफिस कैंपस में घूमते हुए कैमरे में कैद हुए। इसके अलावा कई दूनाइट्स ने भी यह कंप्लेन की है।

अफसरों की शह या खौफ नहीं

आरटीओ ऑफिस में दलालों का तिलिस्म टूटने का नाम नहीं ले रहा। लंबे समय से आरटीओ ऑफिस में दलालों का राज रहा है। उनकी पहुंच आरटीओ कैंपस ही नहीं, ऑफिस के अंदर सरकारी कुर्सी तक रही है। पिछले दिनों जो दो दलाल विजिलेंस की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ धरे थे, वे आरटीओ ऑफिस के काउंटर नंबर 4 में सरकारी कुर्सी पर पसरे हुए थे और काउंटर का मुख्य सहायक उस समय गायब था। जाहिर है अफसर-कर्मचारियों की शह के कारण ही वे ऑफिस तक पहुंच रहे थे। कुछ दिन सन्नाटे के बाद अब दलालों की चहलकदमी आरटीओ ऑफिस में फिर शुरू हो गई है।

लर्निग लाइसेंस बनाने वाले टारगेट

सैटरडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम जब आरटीओ ऑफिस में पड़ताल के लिए पहुंची तो यहां दोबारा से दलाल घूमते दिखाई दिए। उनका टारगेट लर्निग लाइसेंस के लिए एप्लाई करने वाले लोग थे। जिस काउंटर पर लर्निग लाइसेंस बनाने के लिए कतारें लगी थीं, उसके आसपास लगातार दलालों की चहलकदमी जारी थी।

विजिलेंस की अब भी नजर

आरटीओ ऑफिस पर अब भी विजिलेंस की नजर है। सूत्रों के मुताबिक विजिलेंस की टीमें अब भी ऑफिस की विजिट कर रहे हैं। इसके बावजूद दलालों को विजिलेंस का खौफ नहीं। हालांकि, वे अब ज्यादा चौकन्ने हैं। ऑफिस कैंपस में चहलकदमी करके ही अपना शिकार ढूंढने की कोशिशों में जुटे हैं।

दलालों की एंट्री रोके जाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। लोगों से अपील है कि वे अपनी एप्लीकेशन खुद लेकर आरटीओ ऑफिस पहुंचें। दलालों के फेर में न पड़ें। इसके बाद भी ऑफिस कैंपस में अगर कोई संदिग्ध घूमता पाया गया तो उसके खिलाफ नियमानुसार एक्शन लिया जाएगा।

- द्वारिका प्रसाद, एआरटीओ (प्रशासन), संभागीय परिवहन निगम