- यूपीटीयू और कॉलेजों में चल रही काउंसिलिंग में अभी तक कुल 47 हजार स्टूडेंट्स ने कराया वैरीफिकेशन

- बुधवार से शुरू होनी है च्वाइस लॉकिंग की प्रक्रिया, स्टूडेंट्स ने नहीं दिखा रहे इंट्रेस्ट

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी (यूपीटीयू) के सात सौ से अधिक इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज में एडमिशन के लिए चल रही काउंसिलिंग प्रक्रिया में अभी तक केवल 47 हजार स्टूडेंट्स ने ही अपने डॉक्यूमेंट्स का वेरीफिकेशन कराया है। जबकि इस प्रक्रिया के लिए अब सिर्फ एक ही दिन शेष बचा है। यूपीटीयू की सीट च्वाइस लॉक की प्रक्रिया मंडे से शुरू हो रही है। ऐसे में स्टूडेंट्स की संख्या कम होने से कॉलेजों की सीटें खाली रहने के आसार बढ़ गए हैं।

फिर भी खाली रह जाएंगी डेढ़ लाख सीटें

यूपीटीयू काउंसिलिंग के माध्यम से स्टूडेंट्स को एडमिशन देने के लिए लाख कोशिशें कर रही हैं। लेकिन यूनिवर्सिटी की यह कोशिशें रिजल्ट में बदलती नहीं दिख रही है। आलम यह है पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा आवेदन आने के बाद भी यूनिवर्सिटी के उम्मीद के मुताबिक स्टूडेंट्स काउंसिलिंग में शामिल होने का इंट्रेस्ट नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में जितने स्टूडेंट्स ने अभी तक यूपीटीयू काउंसिलिंग के पहले चरण में अपना वेरीफिकेशन कराया है। अगर वह सभी स्टूडेंट्स भी अपना एडमिशन पक्का कर दें तो भी यूपीटीयू की डेढ़ लाख सीटें खाली रह जाएंगी। यूपीटीयू पूरी कोशिश कर रहा है कि डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन के अंतिम दिन ज्यादा से ज्यादा कैंडीडेट्स का वेरीफिकेशन कर सकें।

च्वाइस लॉक की प्रक्रिया के बाद दूसरा चरण होगा शुरू

यूपीटीयू के कॉलेजों में एडमिशन के लिए चल रही काउंसिलिंग में डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन कराने वाले स्टूडेंट्स के लिए लास्ट मौका मंगलवार को है। मंगलवार को चूक जाने के बाद स्टूडेंट्स को दूसरे चरण का वेट करना होगा। पहले चरण में अभी तक लगभग 47 हजार स्टूडेंट्स ने ही डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन करा चुके हैं। वहीं बुधवार से च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। पहले चरण में एक से 35 हजार रैंक तक के स्टूडेंट्स च्वाइस फिलिंग प्रक्रिया में शामिल होंगे। उनकी सीट एलॉटमेंट हो जाने के बाद 35 हजार से ऊपर रैंक वाले स्टूडेंट्स के लिए च्वाइस फिलिंग प्रक्रिया शुरू होगी।

ओटीपी के लिए परेशान न हो स्टूडेंट्स

डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन करा चुके स्टूडेंट्स जिनको वन टाइम पॉसवर्ड (ओटीपी) मोबाइल पर नहीं आया है। ऐसे स्टूडेंट्स को परेशान होने की जरूरत नहीं है। स्टूडेंट्स खुद ही ओटीपी जनरेट कर सकते हैं। एसईई को-ऑर्डिनेटर प्रो़ जगबीर सिंह ने बताया कि च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया शुरू होते ही स्टूडेंट्स के कम्प्यूटर पर ओटीपी जनरेट करने का ऑप्शन दिखाई देगा। स्टूडेंट्स तत्काल जनरेट कर च्वाइस फिलिंग कर सकते हैं।

एडमिशन के लिए दें ज्यादा से ज्यादा विकल्प

यूपीटीयू प्रशासन मंगलवार को एडमिशन के लिए कॉलेजों में उपलब्ध सीट का ब्यौरा जारी करेगा। बुधवार यानी 24 जून से च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। एसईई के समन्वयक प्रो। जगवीर सिंह ने बताया कि एडमिशन के लिए इच्छुक स्टूडेंट्स ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों के विकल्प भरें। इससे अच्छा कॉलेज और एडमिशन मिलने की उम्मीद बढ़ जाएगी।