-पैसेंजर्स को टिकट नहीं मिलने के कारण रेलवे ने लिया डिसिजन

-ऑनलाइन बुकिंग में दलालों के फास्ट होने पर काउंटर किया गया ओपेन

रेलवे ने अभी पूरी क्षमता से ट्रेनों को चलाने का निर्णय भी नहीं किया था कि चुनिंदा ट्रेन के लिए शुरू हुई टिकटों की बुकिंग में दलाल एंट्री कर गए। इनपर लगाम लगाने के लिए रेलवे बोर्ड को दूसरे दिन ही काउंटर खोलने पड़े। जिससे दलाल टिकट की बुकिंग न करा पाएं। आदेश के बाद शुक्रवार को कैंट व मंडुवाडीह स्टेशन पर पीआरएस काउंटर खोले गए। यहां से लोगों ने अपने टिकट की बुकिंग करायी। बता दें कि एक दिन पहले इन ट्रेंस में टिकट की बुकिंग का ऑनलाइन सिस्टम स्टार्ट किया गया। लेकिन टिकटों के दलाल ट्रेनों में रिजर्वेशन खुलते ही टूट पड़े। मिनटों में ही ट्रेनों में आरक्षित बर्थ खत्म हो गया। बनारस सहित अन्य शहरों में दलालों के दोगुने रेट पर टिकट बेचने की शिकायत मिली। जिसकी सूचना के बाद विजिलेंस ने अपना जाल बिछा दिया। स्टेशन सहित शहर के विभिन्न एरिया में नजर रख रहे हैं। नतीजा रहा कि टीम ने विभिन्न शहरों से 14 दलालों को धर दबोचा। दलालों में आठ आईआरसीटीसी के एजेंट भी हैं। जिसको देखते हुए रेलवे ने काउंटर खोलने का डिसीजन लिया। पहले दिन कैंट से 100 व मंडुआडीह से 21 टिकट की बुकिंग हुई।

एक्सप्रेस से सुपरफास्ट तक

पब्लिक को बड़ी राहत देने के लिए एक जून से सौ जोड़ी नई पैसेंजर ट्रेनों की शुरूआत की जा रही है। इसके लिए 21 मई से बुकिंग की जा रही है। पहले दिन ऑनलाइन बुकिंग हुई, लेकिन दूसरे दिन लोगों की समस्या को देखते हुए काउंटर से टिकट की बुकिंग स्टार्ट कर दी गयी। इनमें बनारस से भी ट्रेन का संचालन होगा। ये ट्रेन श्रमिक स्पेशल से अलग होंगी। इनमें एसी और नॉन एसी के अलावा जनरल कोच भी होगा। रेलवे की ओर से जारी सूची में महानगरी, महामना, साबरमती, कामायनी और शिवगंगा सुपरफास्ट जैसी ट्रेनों के नाम हैं।

दो व एक शिफट में खुले काउंटर

स्टेशन पर पैसेंजर्स फ्लो को देखते हुए हेड क्वार्टर ने पीआरएस को खोलने का आदेश दिया था। इसी क्रम में कैंट स्टेशन के पीआरएस को दो शिफ्ट में तथा पूर्वोत्तर रेलवे के मांडुवाडीह रिजर्वेशन सेंटर को सिंगल शिफ्ट में सुबह 8 बजे से सायं चार बजे तक के लिए खोला गया। जहां एक ओर मंडुवाडीह स्टेशन पर स्थित रिजर्वेशन सेंटर में एक काउंटर व कैंट स्टेशन के रिजर्वेशन सेंटर में दो काउंटर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक खोले गए। मंडुवाडीह आरक्षण केंद्र से पहले दिन 21 लोगों ने टिकट बुक कराया। वहीं कैंट स्टेशन से 100 लोगों ने टिकट बुक किया।

आरएसी भी हुआ जारी

रिजर्वेशन काउंटर से बनारस सहित अन्य स्टेशन से चलने वाली इन ट्रेनों में कंफर्म सीट के अलावा आरएसी भी जारी किया गया। इसके अलावा वेटिंग टिकट भी दिया गया। हालांकि वेटिंग टिकट अगर यात्रा वाले दिन तक कंफर्म या आरएसी नहीं हुआ तो ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नहीं होगी। पीआरओ अशोक कुमार ने बताया कि जनरल कोच में 2 एस के आधार पर किराया लिया गया। यानी कि अब उसमें भी रिजर्वेशन होगा। इन ट्रेनों में पहले की तरह स्टॉपेज होगा। आने वाले दिनों में कोच की उपलब्धता के आधार पर ऐसी और भी ट्रेनें चलाई जा सकती हैं।

25 मई से मिलेगा रिफंड

रिजर्वेशन काउंटर के खुलते ही अपने टिकट का रिफंड लेने वालों की भीड़ लग गयी। लॉकडाउन के दौरान रिजर्वेशन कराए लोग काउंटर पर रिफंड लेने के लिए पहुंच गए। इन लोगों को 25 मई के बाद आने को कहा गया। अशोक कुमार ने बताया कि पहले से रिजर्वेशन कराए लोगों को 25 मई से रिफंड दिया जाएगा। हेडक्वार्टर की ओर से इस तरह का आदेश दिया गया है।

वर्जन

रिजर्वेशन सेंटर में बस उसी को एंट्री दी जा रही है जिसको खुद टिकट की बुकिंग करानी है। अनाधिकृत लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। इसके लिए अंदर व एंट्री प्वाइंट पर आरपीएफ व जीआरपी के जवानों की डयूटी लगायी गयी है।

आनंद मोहन, डायरेक्टर

कैंट स्टेशन

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इसका करना होगा पालन

-सभी यात्रियों को चेहरे पर फेसमास्क पहनना जरूरी होगा

-स्टेशन पर पहुंचने के बाद स्क्रीनिंग करवानी जरूरी होगी

-सभी यात्रियों को एक घंटे पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा

-जिनके अंदर बीमारी के कोई लक्षण नहीं मिलेंगे, उन्हीं को ट्रेन से यात्रा करने की अनुमति होगी

-एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर पहुंचने के बाद उस राज्य के मेडिकल गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी होगा

-वरिष्ठ नागरिक या छात्र को किसी भी तरह की छूट किराए में नहीं मिलेगी

-एसी कोच में कंबल, तौलिया या चादर नहीं दिया जाएगा

-पैसेंजर को घर से कंबल व चादर लाना होगा