लखनऊ (पीटीआई)। COVID 19 effect देश में कोरोना वायरस से बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएए और एनआरसी के खिलाफ बीते दो महीने से चल रहा धरना फिलहाल समाप्त हाे गया है। यहां ऐतिहासिक क्लॉक टॉवर (घंटाघर) में चौबीसों घंटे बैठकर प्रदर्शन करने वाली महिला प्रदर्शनकारियों ने कोरोना वायरस के डर को देखते हुए अपना धरना स्थगित कर दिया है। इस संबंध में खुद महिला प्रदर्शनकारियों ने पुलिस आयुक्त को एक पत्र सौंपा है। इस पत्र में महिलाओं द्वारा कहा गया है कि वे कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के खिलाफ उनके 66-दिवसीय विरोध को अस्थायी रूप से निलंबित कर रही हैंं।

महिलाओं को सुरक्षित घर पहुंचाया

हम अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के चलते यहां से हट रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद जब हालात ठीक हो जाएंगे तो वे लोग फिर यहां वापस आ जाएंगी। इस फैसले के बाद पुलिस ने महिलाओं को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया और इसके बाद पूरे घंटाघर को सैनेटाइज किया गया। बता दें कि देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 जिलों को आज से लॉकडाउन का फैसला किया है।

कानपुर जैसे शहर रहेंगे लाॅकडाउन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदेश के बाद आज लखनऊ, अलीगढ़, गौतमबुद्ध नगर (नोएडा), कानपुर, वाराणसी, मेरठ, आजमगढ़, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, प्रयागराज, सहारनपुर, बरेली और मुरादाबाद, पीलीभीत जैसे शहर पूरी तरह से बंद रहेंगे। इस लाॅकडाउन के तहत सामान्य आवागमन, सार्वजनिक गतिविधियां पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगी। वहीं आवश्यक सेवाएं बहाल रहेंगी।

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