पुणे (पीटीआई)। पुणे के नायडू अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज कर रही एक नर्स के पास जब अचानक पीएम नरेंद्र मोदी का फोन आया, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। शनिवार को अस्पताल प्रशासन ने बताया कि पीएम मोदी ने न सिर्फ हमारे काम की तारीफ की बल्कि हमारा हौसला भी बढ़ाया। शुक्रवार शाम छाया जगताप नाम की नर्स के पास पीएम नरेंद्र मोदी का फोन आया, जब वह अस्पताल में भर्ती कोरोना पेंशेंट्स की देख रेख कर रही थी। अब उनकी इस बातचीत का ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

मोदी और नर्स के बीच ये हुई बातचीत

मराठी में बातचीत शुरू करते हुए मोदी ने सबसे पहले नर्स से हालचाल पूछे। फिर जगताप से पूछा कि वह कोविड 19 मरीजों का इलाज करते हुए अपने परिवार की देखभाल कैसे कर पा रही हैं। इस पर नर्स ने जवाब दिया, 'हां, मैं अपने परिवार के बारे में चिंतित हूं, लेकिन ये काम भी जरूरी है। हमें इस स्थिति में मरीजों की सेवा करनी होगी।' इसके बाद प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि अस्पताल में भर्ती क्या डरे हुए हैं, इस पर नर्स छाया ने कहा, 'हम कोशिश करते हैं और उनसे बात करते हैं। हम उनसे कहते हैं कि वे एक-दूसरे या परिवार से न मिलें। उन्हें विश्वास दिलाया कि उनके साथ कुछ भी नहीं होने जा रहा है।'

पीएम ने मेडिकल कर्मचारियों को धन्यवाद दिया

जगताप ने मोदी को बताया कि सात कोविड 19 पेशेंट आए थे और ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद पीएम मोदी ने नर्स से पूछा कि विभिन्न अस्पतालों में काम कर रहे चिकित्सा कर्मचारी के लिए उनका क्या संदेश है। इस पर जगताप ने कहा, 'डरने की कोई जरूरत नहीं है। हमें इस बीमारी से बाहर निकल आएंगे। हमें अपने देश को जिताना है।' प्रधानमंत्री ने जगताप को उनके भक्ति और सेवाभाव के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, 'आपकी तरह, लाखों नर्सें हैं, पैरामेडिकल कर्मचारी हैं, डॉक्टर हैं जो लगातार रोगियों की सेवा में लगे हैं। उन सभी को धन्यवाद। और आपको भी बधाई, मुझे आपके अनुभव सुनकर खुशी हुई।'

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