इस्लामाबाद (एएनआई)पाकिस्तान में कोरोना वायरस की पुष्टि के मामलों की संख्या बढ़कर 882 हो गई है। सिंध प्रांत में हालात अभी भी बेहद गंभीर हैं क्योंकि यहां 394 लोग इस खतरनाक वायरस के चपेट में हैं। वहीं, पाकिस्तान में एक डॉक्टर समेत छह लोगों की संक्रमण से मौत हो गई है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास में, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) सहित मुख्य विपक्षी दल वीडियो लिंक के माध्यम से सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाने की योजना बना रहे हैं, जहां पूरे देश को बंद करने के महत्व को रेखांकित किया जाएगा।

कई अस्पताल मरीजों को नहीं कर रहे हैं भर्ती

कराची के इंडस अस्पताल में संक्रामक रोगों के विभाग के प्रमुख डॉ। नसीम सलाउद्दीन ने एक बड़ी बात बताई है कि कराची में COVID-19 मामलों को संभालने के लिए सुसज्जित कुछ अस्पताल मरीजों अपने यहां भर्ती नहीं कर रहे हैं या तो अपने दरवाजे बंद रख रहे हैं क्योंकि वह खतरे के चलते ऐसे मामलों को संभालना नहीं चाहते हैं। इसके अलावा यह बताते हुए कि बेहतर सीमा नियंत्रण और क्वारंटाइन उपायों को बहुत पहले ही स्थापित कर दिया जाना चाहिए था, उन्होंने चेतावनी दी, 'अब हम जो भी करेंगे उससे बहुत बड़ा प्रकोप होने की संभावना है।' बता दें कि पाकिस्तान के पंजाब में 249, खैबर पख्तूनख्वा में 38, बलूचिस्तान में 110, गिलगित-बाल्टिस्तान में 81 और इस्लामाबाद में 15 मामलों की पुष्टि हुई है।

पीएम इमरान करने वाले हैं बैठक

प्रधानमंत्री इमरान खान मंगलवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक संघीय कैबिनेट बैठक करने वाले हैं, जिसमें देश में कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने के लिए आर्थिक राहत पैकेज को मंजूरी देने की उम्मीद है। वहीं, सरकार ने सोमवार को देश भर में तालाबंदी लागू करने और अन्य कर्तव्यों को निभाने के लिए गृह मंत्रालय के साथ नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए सेना की तैनाती को हरी झंडी दे दी है। इसके अलावा, नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने 24 मार्च से 4 अप्रैल तक सभी घरेलू उड़ानों के लिए कराची के जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और सुक्कुर के हवाई अड्डे को बंद कर दिया है ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके।

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