ताइपे (एएफपी) 1 अप्रैल या आज प्रैंक का वैश्विक दिन हो सकता है लेकिन दुनिया भर में घातक कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर बुधवार को कई सरकारें वायरस-आधारित अप्रैल फूल्स के चुटकुलों के खिलाफ चेतावनी दे रही हैं। वहीं, कुछ ने तो वायरस का मजाक उड़ाने पर जेल भेजने की भी धमकी दी है। बता दें कि हर साल 1 अप्रैल को अप्रैल फूल दिवस मनाया जाता है और इस दिन लोग एक दूसरे के साथ चुटकुले शेयर करते हैं व कई मुद्दों पर मजाक शेयर कर करते हैं। बिजनेस इनसाइडर द्वारा प्राप्त एक आंतरिक ईमेल के अनुसार, 'हर साल अप्रैल फूल के दिन लोगों के लिए कुछ खास करने वाले गूगल ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वह कोरोना वायरस से लड़ने वाले लोगों के सम्मान के लिए इस साल अप्रैल फूल दिवस को सेलिब्रेट नहीं करेगा।'

गलत सूचनाओं के चलते सरकार परेशान

बता दें कि कोरोना को लेकर पहले से ही ऑनलाइन गलत सूचनाओं के चलते समाज को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। इससे सरकारों को भी अपने नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए कठिन हो गया है। कुछ सरकारें अब वायरस प्रैंक के लिए जेल भेजने की धमकी दे रही हैं। ताइवान ने झूठी अफवाहें फैलाने वाले लोगों को चेतावनी दी है कि उन्हें तीन साल तक की जेल और 3 मिलियन डॉलर जुर्माना का सामना करना पड़ सकता है। राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने फेसबुक पर अपनी एक बिल्ली की तस्वीर के साथ पोस्ट किया, 'अप्रैल फूल दिवस पर हम अपनी समझदारी का प्रयोग कर सकते हैं अगर हमें करना है लेकिन हमें कानून तोड़ने से बचना है तो महामारी पर चुटकुले नहीं शेयर करना होगा। मैं हर किसी को न केवल एक विनोदी बल्कि स्वस्थ और सुरक्षित अप्रैल फूल्स डे की शुभकामनाएं देता हूं।'

थाईलैंड और भारत में भी हो सकती है कार्रवाई

इसके अलावा, पांच साल तक की जेल की सजा की धमकी देते हुए थाईलैंड ने भी वायरस का मजाक उड़ाने वालों पर इसी तरह की सख्ती बरतने की बात कही है। सरकार ने ट्विटर पर कहा, 'इस अप्रैल फूल दिवस पर COVID-19 के फर्जी खबरें शेयर करना कानून के खिलाफ है।' वहीं, भारत में भी व्हाट्सऐप पर कोरोना से जुड़ी फर्जी जानकारी शेयर करने वालों कड़ी कार्रवाई करने की बात कही गई है। महाराष्ट्र राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट किया, 'राज्य सरकार किसी को भी कोरोना पर अफवाह / दहशत फैलाने की अनुमति नहीं देगी।'

International News inextlive from World News Desk