नई दिल्ली (एएनआई)। भारत में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू करेंगे। दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के रूप में विकसित, देश की पूरी लंबाई और चौड़ाई को कवर करते हुए, इस ड्राइव का लक्ष्य पहले अपने लाखों हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण करना है और इसके पहले चरण के अंत तक अनुमानित 3 करोड़ लोगों तक पहुंचना है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 3006 स्पाॅट प्रोग्राम लाॅन्च के दौरान जुड़े रहेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि उद्घाटन के दिन प्रत्येक सत्र स्थल पर लगभग 100 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा।

टीकाकरण अभियान का शुभारंभ

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में, ड्राइव का शुभारंभ मुख्यमंत्री केजरीवाल और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन द्वारा एलएनजेपी अस्पताल से किया जाएगा। महाराष्ट्र में, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शनिवार को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के एक केंद्र से टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे। पहले चरण में एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) के कार्यकर्ता सहित सरकारी और निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीका लगाया जाएगा। केंद्र ने टीकाकरण अभियान के पहले दिन 2,934 सत्र स्थलों पर लगभग 3 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण करने की योजना बनाई है। यह प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा। टीकाकरण कार्यक्रमों के लिए दिन निर्धारित किए जाएंगे।

कोविड -19 के अंत की शुरुआत

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने शुक्रवार को देश के टीकाकरण अभियान को कोविड -19 के अंत की शुरुआत कहा। उन्होंने लोगों से स्वदेशी निर्मित वैक्सीन पर भरोसा करने का भी आग्रह किया, कहा कि सरकार ने उचित वैज्ञानिक जांच के बाद आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है। सरकार ने पूरे टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी के लिए CoWIN नामक एक एप्लीकेशन पेश किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, टीकाकरण अभियान के अगले चरणों में, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जाएगा। हालांकि जिनकी आयु 50 वर्ष से कम है, लेकिन स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति है उन्हें भी टीका लगाया जाएगा। भारत के ड्रग रेग्युलेटरी बॉडी ने फिलहाल दो टीकों को मंजूरी दी है।

इन दो टीकों को मंजूरी मिली

पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोविशिल्ड वैक्सीन तैयार की है। वहीं कोवाक्सिन को हैदराबाद के भरत बायोटेक द्वारा इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से विकसित किया गया है। अधिकांश राज्यों में दिल्ली सहित कोरोना वायरस खुराक का पहला बैच मिला है, जिसमें 2,74,000 खुराक वैक्सीन प्राप्त हुई है। इसके बाद महाराष्ट्र को 9 लाख से अधिक खुराक और आंध्र प्रदेश को 4.7 लाख खुराक के साथ प्राप्त हुआ है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने टीकाकरण अभियान के लिए कमर कस ली है।

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