-काशी विद्यापीठ के 41वें दीक्षांत समारोह में 50 मेधावियों को मिला 51 गोल्ड मेडल

- मेडल पाने वालों में ग‌र्ल्स की संख्या रही ज्यादा, गवर्नर संग नैक निदेशक कार्यक्रम में हुए शामिल

साल भर की मेहनत का सोने सा फल मिला तो आंखें चमक गयी। सीना चौड़ा हो गया। खुशी का ठिकाना नहीं रहा। खास इसलिए भी था कि गुरु पूर्णिमा के पावन दिन पर गुरू के सामने विशिष्टजनों से सम्मान मिला। मौका था मंगलवार को काशी विद्यापीठ के 41वें दीक्षांत समारोह का। इसमें 50 मेधावियों के गले में 51 गोल्ड मेडल सजे। पीत परिधान में लिपटे देश के होनहारों को माननीय राज्यपाल व चांसलर आनंदीबेन पटेल ने मेडल पहनाया। पीजी लेवल पर ओवर ऑल चैम्पियन का मेडल एमपीएड की पूजा शर्मा को मिला। पूजा को ही डा। विभूति नारायण सिंह स्मृति सहित दो-दो पदक मिले।

संस्कार बांटना भी शिक्षा

इस मौके पर बोलते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि देश को नॉलेज सुपर पावर के रूप में विकसित करना ही नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य है। सिर्फ सर्टिफिकेट या गोल्ड मेडल बांटना ही नहीं स्टूडेंट्स में संस्कार विकसित करना भी जरुरी है। इसके बिना शिक्षा अधूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षक व छात्र के बीच संबंध कमजोर हुआ है।

स्टूडेंट्स को गुरुमंत्र

उपाधि हासिल करने वाले स्टूडेंट्स से उन्होंने कहा कि अब आपको कई चुनौतियों का समना करना पड़ेगा। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए आत्मविश्वास व मूल चेतना बेहद जरूरी है। आत्मविश्वास ही एक ऐसा मंत्र है जिसके बदौलत कामयाबी हासिल की जा सकती है।

राष्ट्र की पहचान के लिए शिक्षा जरुरी

चीफ गेस्ट नैक (बेंगलुरू) के निदेशक प्रो। एससी शर्मा ने कहा कि राष्ट्र की पहचान के लिए शिक्षा आवश्यक है। वहीं बगैर राष्ट्रीय पहचान के स्वतंत्रता अर्थहीन है। इसलिए राष्ट्रीय पहचान का त्याग या उसके साथ बुरा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। भारत को राष्ट्रीयता के विचार को विकसित करना चाहिए तथा व्यापक दृष्टि लेकर राष्ट्र के निर्माण के लिए संगठित होकर प्रयास करना चाहिए।

बैग और बुक देकर किया सम्मानित

इस दौरान कुलाधिपति ने 50 मेधावियों को 51 गोल्ड मेडल प्रदान किए। इसके अलावा 102350 को यूजी-पीजी व पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। वहीं मंदित बाल विद्यालय, भारतीय शिक्षा मंदिर इंटर कालेज, निवेदिता शिक्षा सदन इंटर कालेज, राजकीय बालिका इंटर कालेज (मलदहिया) के 29 बच्चों को बैग व किताब देकर पुरस्कृत किया। 'स्मारिका' का भी विमोचन हुआ। स्वागत कुलपति प्रो। टीएन सिंह, संचालन डॉ। बंशीधर पांडेय व धन्यवाद रजिस्ट्रार डा। एसएल मौर्य ने किया। समारोह में रोहनिया के विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, शिक्षक विधायक चेत नारायण सिंह, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय (बलिया) प्रो। योगेंद्र सिंह सहित अन्य लोग शामिल समारोह का शुभारंभ व समापन राष्ट्रगान से हुआ।

इन्हें मिला गोल्ड मेडल

यूजी लेवल

बीकाम में आदित्य राज सिंह, बीएससी में जालिम सिंह, बीएससी (कृषि) में सोनम सिंह, बीएससी (टेक्सटाइल्स व हैंडलूम) में नलिनी सिंह, बीएफए में निखिलेश कुमार प्रजापति, बीएड में सोनम केशरी, बीपीएड में प्रशांत यादव, बीम्यूज में शिवालिका शिवम, बीलिब में प्राची श्रीवास्तव, एलएलबी में हिना अग्रवाल, बीबीए में इशिका श्रीवास्तव, बीएसए में खुशबू वर्मा, बीए (आनर्स) मासकाम में शाकम्भरी नंदन सोन्थलिया।

पीजी लेवल

¨हदी में पुष्पम कुमार, अंग्रेजी में अंजलि नारायन, संस्कृत में अजय कुमार प्रजापति, उर्दू में हुस्ना कलीम, दर्शन में जया यादव, इतिहास में नेहा यादव, मध्यकालीन व आधुनिक इतिहास में लाल बहादुर, एमएफए में प्रतिष्ठा शुक्ला, एमलिब में सना आफरीन, मासकाम में मनीषा सेन, एमम्यूज में नीरज पांडेय, ड्राइंग एंड पेंटिंग में करिश्मा विश्वकर्मा, समाजशास्त्र में सिंह शीला, राजनीति विज्ञान में इंदिरा, मनोविज्ञान में मुक्ति सिंह, एमएसडब्ल्यू में निधि राय, आइआरपीएम में किरन वर्मा, भूगोल में पुनीत कुमार, एमएससी (जुलॉजी) में रजनी, एमएससी (बॉटनी) निष्ठा सिंह, एमएससी (रसायन) में शशांक चौबे, एमएससी (भौतिकी) में पारूल वर्मा, एमएससी (मैथ) में अमूल्य, एमएससी (सांख्यिकी) में राजेश कुमार मौर्य, एमसीए में सत्यम तिवारी, गांधी अध्ययन में अभिषेक कुमार सिंह, एसआरडी में विशाल कुमार वर्मा, एमकाम में अंकित दुबे, एमबीए में स्मृति राय, एमएससी (जैव प्रौद्योगिकी) में आकांक्षा सिंह, एलएलएम में आत्मा प्रकाश सिंह, एजुकेशन में सुधा सिंह व नूर सबा अंसारी, एमजेएमसी में सन्नी कुमार, एमपीएड में पूजा शर्मा।