इस्लामाबाद (आईएएनएस) पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा है कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) एक परिवर्तनकारी परियोजना है जो देश के राष्ट्रीय विकास में सकारात्मक और पारदर्शी रूप से योगदान दे रही है। अमेरिकी विदेश विभाग की एलिस वेल्स ने हाल ही में CPEC परियोजनाओं की आलोचना की थी, जिसके बाद शुक्रवार को पाकिस्तान की तरफ से यह बयान सामने आया है। पाक विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि CPEC ने पाकिस्तान में ऊर्जा, बुनियादी ढाँचे, औद्योगिकीकरण और रोजगार सृजन में विकास अंतराल को दूर करने में मदद की है। उन्होंने कहा, 'हमने कई बार दोहराया है कि CPEC परियोजनाओं से संबंधित हमारा कुल सार्वजनिक ऋण कुल ऋण के 10 प्रतिशत से भी कम है।'

सार्वजनिक ऋण की मैचुआरिटी अवधि है 20 वर्ष

इसके अलावा, चीन से प्राप्त सार्वजनिक ऋण की मैचुआरिटी अवधि 20 वर्ष है और ब्याज 2.34 प्रतिशत है। बयान में कहा गया है कि अगर ग्रांट शामिल किया जाता है, तो ब्याज मूल्य लगभग 2 फीसदी तक घट जाता है। उन्होंने कहा, 'कुछ टिप्पणीकारों और सार्वजनिक अधिकारियों द्वारा CPEC से संबंधित पाकिस्तान के ऋण दायित्वों पर किए गए दावे तथ्यों के विपरीत हैं।' बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान का मानना ​​है कि क्षेत्रीय आर्थिक कनेक्टिविटी पूरे क्षेत्र में व्यापक आधार पर विकास के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन प्रदान करेगी। बयान के अनुसार, 'पाकिस्तान और चीन के पास पारस्परिक हित के मामलों पर चर्चा करने के लिए कई तंत्र हैं। दोनों देश नियमित रूप से संपर्क में हैं।'

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