-निर्माणाधीन बिल्डिंग का पाइट गिरने से अधिवक्ता समेत आधा दर्जन घायल

-जिला जज, डीएम-एसएसपी ने घटनास्थल का किया इंस्पेक्शन

कचहरी कैम्पस में निर्माणाधीन बिल्डिंग का पाइट गिरने से हड़कम्प मच गया। बुधवार की दोपहर हुई घटना में अधिवक्ता समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए। तेज आवाज के साथ लोहे के पाइट गिरने से अफरा-तफरी मच गई। आसपास के चैंबर में बैठे वकील-वादकारी भाग खड़े हुए। गंभीर रूप से घायल गढ़वासी टोला चौक निवासी अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश पांडेय सहित आधा दर्जन घायलों को युवा अधिवक्ताओं ने दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया। अधिवक्ता ज्ञानप्रकाश, वादकारी अमित व डेविड की हालत देख चिकित्सकों ने बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही जिला जज सहित डीएम, एसएसपी मौके पर पहुंच गए।

एडीजे न्यू बिल्डिंग के सामने आठ मंजिला अदालत की बिल्डिंग बन रही है। निर्माणाधीन बिल्डिंग के बाहर लोहे का पाइट बांधकर बाहरी दीवार पर रंगाई-पुताई हो रही है। माना जा रहा है कि तेज हवा के झोंके से दोपहर ढाई बजे लोहे की पाइट की कड़ी टूट गई। इससे पाइट भरभराकर अधिवक्ताओं के टीन शेड से बने चैंबर पर गिर गया।

ज्ञानप्रकाश पांडेय (60 वर्ष) समेत

वादकारी अमित, डेविड तीन अन्य भी चपेट में आ गए। खून से लथपथ अधिवक्ता व वादकारी को साथी अधिवक्ताओं ने तत्काल पं। दीनदयाल हॉस्पिटल पहुंचाया। हॉस्पिटल में भर्ती कराया। घटना से नाराज अधिवक्ता कार्यदायी संस्था के ठेकेदार पर आक्रोश व्यक्त करते हुए घायलों को मुआवजे की मांग करने लगे। तब तक जिला जज, डीएम सुरेंद्र सिंह, एसएसपी आनंद कुलकर्णी भी पहुंच गए। घटनास्थल को सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने रस्सी से घेर दिया गया। अधिवक्ताओं की नाराजगी देखकर आधा दर्जन थानों की पुलिस फोर्स मौके पर बुला ली गई थी। अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश पांडेय व वादकारी अमित, डेविड की हालत गंभीर देखकर चिकित्सकों ने बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। गढ़वासी टोला चौक निवासी अधिवक्ता के सिर और हाथ-पैर में गंभीर चोटे आई है।

नीम के पेड़ ने बची ली कई जान

पेड़ों को काटकर कंक्रीट का जंगल तैयार करने वालों के लिए कचहरी की घटना सीख दे गई। जिस जगह पर लोहे का पाइट गिरा उसके नीचे कम से कम 40 की संख्या में वकील व वादकारी बैठे हुए थे। एक तरफ पुरानी बिल्डिंग और नीम के पेड़ के नीचे चैंबर में अधिवक्ता बातचीत कर रहे थे कि अचानक पाइट टूट कर गिर पड़ा। पहले पुरानी बिल्डिंग पर अटका, फिर नीम के पेड़ पर गिरा उसके बाद चैंबर के टीनशेड को तोड़ते हुए नीचे आ गिरा। इससे पाइट की रफ्तार कम हो गयी और जान-माल का नुकसान कम हुआ।

जंग लगे लोहे को बनाया पाइट

तेज हवा के चलते आठ मंजिला निर्माणाधीन बिल्डिंग में लगे पाइट की कड़ी टूट गई। चौंकाने वाली बात यह है कि जो हवा के वेग को नहीं संभाल सकता ऐसे पाइट का इस्तेमाल निर्माण हो रहा था। लोहे के जंग खा चुके पोल को पाइट में यूज किया गया था। इसी बात पर अधिवक्ता नाराज थे कि जंग लगे लोहे से निर्माणाधीन बिल्डिंग खड़ी की जा रही है। हादसे का असल वजह यही माना जा रहा है। कचहरी परिसर में मौजूद अधिवक्ताओं ने कहा कि इससे पहले भी दो से तीन बार घटनाएं हुई है। कार्यदायी संस्था के ठेकेदार को चेताया गया था।