छह प्रत्याशियों पर 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज

सिर्फ एक ने अखबार में विज्ञापन देकर बताया आपराधिक रिकार्ड

निर्दल अतीक जेल में तो कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय बेल पर

लोकसभा चुनाव में जनता अपने प्रत्याशियों से पूरी तरह वाकिफ हो इसके लिए चुनाव आयोग ने एक नियम बनाया है. जिसके तहत कैंडीडेट को अपने आपराधिक रिकॉर्ड को मोस्ट सर्कुलेटेड न्यूजपेपर्स में पब्लिश कराना है. जिससे लोग मतदान के पहले उनके बारे में जान सकें. वाराणसी संसदीय सीट पर पीएम नरेंद्र मोदी समेत 26 लोगों ने दावेदारी की है. इसमें छह प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके ऊपर 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. एक प्रत्याशी जेल में बंद तो एक बेल पर है. लेकिन अभी तक एक प्रत्याशी को छोड़ किसी ने आयोग के निर्देशों का पालन नहीं किया. वाराणसी में 19 को मतदान है. ऐसा लगता है जैसे कैंडीडेट अपने क्राइम हिस्ट्री को मिस्ट्री ही बनाये रखना चाहते हैं.

है आपराधिक रिकॉर्ड

शपथ पत्र के मुताबिक निर्दल प्रत्याशी अतीक अहमद पर हत्या, गुंडा एक्ट, अपहरण, लूट के 26 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. फिलहाल बाहुबली अतीक अहमद नैनी जेल में बंद है. कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के खिलाफ छह मुकदमे समेत कुल आठ मामले विभिन्न कोर्ट में विचाराधीन हैं. इसमें से चार में वह जमानत पर हैं. राष्ट्रीय मतदाता पार्टी के शेख सिराज के खिलाफ पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं. राजेश भारती पर तीन, आशीन यूएस पर दो और सुभासपा प्रत्याशी सुरेंद्र राजभर पर एक मुकदमा है. लेकिन अभी तक किसी ने आपराधिक रिकार्ड को पब्लिश नहीं कराया है.

यह है नियम

चुनाव आयोग ने 2019 के लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही उम्मीदवारों के लिए आपराधिक रिकॉर्ड कम से कम तीन बार अखबार और टीवी पर विज्ञापित करने का निर्देश दिया है. यह विज्ञापन सर्वाधिक प्रचार वाले अखबारों में छपवाने हैं. साथ ही राजनीतिक दलों को भी अपने प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड का विज्ञापन देना है.

नहीं मान रहे नियम

एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक अब तक हुए पांच चरणों के लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से ज्यादा प्रत्याशी जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे तो हैं, लेकिन उन्होंने अखबारों में विज्ञापन देकर जनता को जानकारी नहीं दी है. कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन्होंने कम सर्कुलेटेड अखबारों में विज्ञापन देकर खानापूर्ति की है.

इनपर है मुकदमा दर्ज

प्रत्याशी केस

अतीक अहमद 27

अजय राय 8

शेख सिराज 5

राजेश भारती 3

आशीन यूएस 2

सुरेंद्र राजभर 1

वर्जन..

निर्दल समेत पांच दलों के प्रत्याशियों ने अभी तक अपने आपराधिक रिकॉर्ड के विज्ञापन अखबारों में नहीं दिए हैं. इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की जाएगी. आयोग के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई होगी.

सुरेंद्र सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी