- फॉरेंसिक टीम ठेकेदार सुसाइड केस में मुख्य अभियंता के ऑफिस पहुंची सीन क्रिएट करने

- नहीं हो सका सीन क्रिएट, मुख्य अभियंता की मौजूदगी में दोबारा की जाएगी जांच

VARANASI

पीडब्ल्यूडी कार्यालय परिसर स्थित मुख्य अभियंता अंबिका सिंह के कमरे में शुक्रवार दोपहर ठेकेदार अवधेश के सुसाइड केस की क्राइम सीन शूट की जा रही थी, लेकिन परफॉर्मेस सटीक न होने पर फॉरेंसिक टीम बार-बार कट बोल रही थी। मुख्य अभियंता अम्बिका सिंह के नहीं पहुंचने और समय खत्म होने के बाद टीम लौट गई। हालांकि टीम ने कहा कि दोबारा क्राइम सीन क्रिएट की जाएगी।

कई बिंदुओं पर नहीं हो सकी जांच

ठेकेदार अवधेश चंद्र श्रीवास्तव के सुसाइड केस में शुक्रवार को फॉरेंसिक टीम पीडब्ल्यूडी कार्यालय पहुंची। चीफ इंजीनियर के कमरे में जाकर बारीकी से जांच की गई। घटना के दौरान मौजूद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गुड्डू वर्मा से पूछताछ की गई। इस दौरान फॉरेंसिक टीम ने तीन बार रिवॉल्वर गिराकर उससे गोली निकलने की स्थिति को देखा। तीनों बार रिवॉल्वर से गोली नहीं निकली। चीफ इंजीनियर के नहीं होने से कई बिंदुओं पर जांच नहीं हो सकी। फॉरेंसिक टीम दोबारा आकर जांच करेगी।

कहीं छीनाझपटी में तो नहीं चली गोली

28 अगस्त को मुख्य अभियंता अंबिका सिंह के कमरे में ठेकेदार अवधेश चंद्र श्रीवास्तव ने लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के बाद मौके से पुलिस को रिवाल्वर के साथ ही एक खोखा और पांच कारतूस मिले थे। मुख्य अभियंता ने अवधेश के कमरे में आकर परिचय देने के तत्काल बाद गोली मारने की बात कही थी। लेकिन पूछताछ में सामने आया था कि अवधेश के कमरे में जाने के कुछ देर बाद गोली चली थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही थी कि कहीं अवधेश से छीना झपटी तो नहीं की गई और उसमें गोली चल गई हो।

ठेकेदारों से भी हुई पूछताछ

विधि विज्ञान प्रयोगशाला रामनगर के डिप्टी डायरेक्टर बृजेश कुमार राय, साइंटिफिक ऑफिसर संजय खरे, सीनियर साइंटिफिक असिस्टेंट जयशंकर मिश्र, फोटोग्राफर सुरेंद्र कुमार समेत कई पुलिस अधिकारी शुक्रवार दोपहर पीडब्ल्यूडी दफ्तर सीन क्रिएट करने पहुंचे। सबसे पहले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गुड्डू वर्मा से पूछताछ की गई। उससे अवधेश के कमरे में जाने के कितनी देर बाद गोली चलने और उस दौरान चीफ इंजीनियर के कमरे में मौजूद व्यक्ति के बारे में जानकारी ली गई। जानकारी के आधार पर क्राइम सीन बनाकर कई बिंदुओं पर जांच की गई। ठेकेदारों को बुलाकर भी टीम ने पूछताछ की।

दोबारा होगी जांच

डिप्टी डायरेक्टर बृजेश कुमार राय ने बताया कि मुख्य अभियंता के मौजूद नहीं होने के कारण कई बिंदुओं पर जांच नहीं किया जा सका है। ऐसे में मुख्य अभियंता की मौजूदगी में दोबारा जांच की जाएगी। इस दौरान सीओ कैंट डॉ। अनिल कुमार सिंह, एएसपी मुश्ताक खान, विवेचक नागेश सिंह, एसआईटी के सब इंस्पेक्टर काशीनाथ उपाध्याय, आनन्द ओझा समेत कई पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

रिवाल्वर से नहीं निकली गोली

टीम ने एक रिवाल्वर को तीन बार कुछ ऊंचाई से गिराया। तीनों बार रिवाल्वर गिरने पर एक भी गोली नहीं निकली। इसको लेकर डिप्टी डायरेक्टर ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उनका कहना था कि रिवाल्वर से गोली कैसे निकली, वह रिवाल्वर में थी या नहीं यह सब जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। बता दें कि परिजनों ने बताया था कि अवधेश जेब में भी गोली रखते थे।