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लाख रुपए में हुआ था वकील की हत्या का सौदा

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हजार रुपए दिये गये थे शूटर को एडवांस के तौर पर

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जून की शाम गोहरी रेलवे फाटक के पास हुआ मर्डर

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करोड़ रुपए मूल्य की जमीन को लेकर था साथी अधिवक्ता से विवाद

गोहरी गैस गोदाम के पास जमीन की डील को लेकर हुआ था साथी अधिवक्ता से विवाद

कांट्रैक्ट्र किलर ने दिया घटना को अंजाम, अधिवक्ता, प्रापर्टी डीलर व दो शूटर गए जेल

PRAYAGRAJ: डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता सुशील कुमार पटेल की हत्या एक वकील ने ही करवाई थी। प्रापर्टी की डील को लेकर की गयी हत्या का सौदा कांट्रैक्ट किलर्स से पांच लाख रुपये में हुआ था। एडवांस के तौर पर 50 हजार रुपये का भुगतान किया गया था। इसके अलावा प्रापर्टी बिक्री से होने वाले मुनाफा में हिस्सा भी मिलना था। इसमें वकील और सुपारी किलर्स के साथ एक प्रापर्टी डीलर भी इनवाल्व था। इन चारों को शुक्रवार को एसएसपी अतुल शर्मा ने खुद मीडिया के सामने पेश किया और घटना के पीछे की पूरी कहानी बतायी।

23 जून की रात हुई थी घटना

बता दें कि 23 जून की रात अधिवक्ता सुशील कुमार पटेल (48) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सोरांव थाना क्षेत्र के तिवारीपुर लोहरा गांव निवासी अधिवक्ता मकान बनवाकर शांतिपुरम में रहते थे। देर शाम गोहरी क्रासिंग के पास उन्हें गोली मार दी गयी थी। घटना में आन द स्पॉट उन्होंने दम तोड़ दिया था। मौके पर पहुंची पुलिस को सिर्फ इतना बताया गया था कि कोई कॉल आयी थी जिसके बाद अधिवक्ता निकल गये थे। इस घटना के बाद वकीलों ने जमकर बवाल किया था। डीएम के स्पेशल आर्डर पर रातोंरात बॉडी का पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार करवा दिया गया।

मृत अधिवक्ता भी इनवाल्व थे प्रापर्टी डीलिंग में

फ्राइडे को एसएसपी ने बताया कि पुलिस कातिलों की तलाश में थी। इसी दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि वह और अधिवक्ता रमेश चंद्र निगम वकालत के साथ प्रापर्टी के बिजनेस भी इनवाल्व थे। फाफामऊ के गोहरी गांव में साढ़े पांच बिस्वा जमीन का दोनों ने एग्रीमेंट कराया था। कब्जे के दौरान ढाई बिस्वा जमीन और हाथ लग गई। करीब 45 लाख में मिल रही इस जमीन का सौदा 85 लाख से एक करोड़ में हो रहा था। हर बार ज्यादा फायदा अधिवक्ता सुशील पटेल उठा लेते थे इसलिए रमेश चंद्र निगम खुन्नस रखने लगा था। उसे लगा कि सुशील रास्ते से हट जाए तो वह जमीन का सौदा कराके लाखों कमा सकता है।

प्रापर्टी डीलर ने अरेंज कराये शूटर

पुलिस के अनुसार रमेश चंद्र ने अपने साथी प्रापर्टी डीलर इरफान अंसारी को सुशील की भाड़े पर हत्या कराने का ठेका दिया। इरफान ने दो शूटरों शिव कुमार यादव उर्फ जासूस और चंद्रशेखर उर्फ आजाद को पांच लाख में सुपारी दे दी। 50 हजार रुपये एडवांस दिए गए। रमेश चंद्र ने इरफान और शूटरों से वायदा किया कि जमीन का सौदा होने पर उन्हें भी हिस्सा मिलेगा।

रेकी करके जुटायी डिटेल

एडवांस पेमेंट मिलने के बाद शूटर्स ने अधिवक्ता सुशील की रेकी शुरू कर दी। उनके मूवमेंट पर नजर रखने के बाद गोहरी क्रासिंग एरिया में शाम का टाइम सेलेक्ट किया। प्लान के तहत ही फोन करके सुशील को घर से निकाला गया और सेफ एरिया देखकर उन्हें गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया गया।

बाक्स

गिरफ्तार किए गए पकड़े आरोपित

रमेश चंद्र निगम (अधिवक्ता) निवासी कोयला काणी शिवकुटी

चंद्रशेखर उर्फ आजाद (शूटर) निवासी गद्दोपुर, सोरांव, मूल पता ग्राम पक्कीडीह, थाना पकड़ी, बलिया।

इरफान अंसारी (प्रापर्टी डीलर) निवासी शांतिपुरम, फाफामऊ।

शिव कुमार यादव उर्फ जासूस (शूटर) निवासी शिवकुटी।

बरामदगी

मर्डर में इस्तेमाल वेपन

बाइक

एक कार

7400 रुपये नकद