लखनऊ डायोसिस के कर्मचारी ने लगाया सनसनीखेज आरोप, दर्ज करायी रिपोर्ट

बिशप पीटर बलदेव, दीपक टूडी और एचआर मल्ल को किया नामजद

PRAYAGRAJ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन और हिन्दुओं के डर के चलते घर छोड़ देने का मुद्दा अभी गरम ही है कि प्रयागराज में भी जबरन इसाई धर्म ग्रहण करने का प्रेशर बनाने का मामला सामने आ गया है। लखनऊ डायोसिस के कर्मचारी को धमकी दी गयी है कि उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो संस्था से बाहर कर दिया जाएगा। बुधवार को कर्मचारी की तहरीर पर सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया। इससे मुददा और गरम हो गया है। डायोसिस से बाहर किये गये कर्मचारी की तहरीर पर दर्ज किये गये मुकदमे में बिशप पीटर बलदेव के अलावा दीपक टूडी और एचआर मल्ल को नामजद किया गया है। पुलिस का कहना है कि मामला बेहद गंभीर है। जांच में तथ्य सामने आने के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

200 वर्ग गज जमीन और बीस लाख का ऑफर

धर्म परिवर्तन के लिए तैयार न होने पर संस्था से बाहर कर दिये जाने का आरोप लगाने वाले कर्मचारी का नाम संजय सिंह पुत्र स्व। धर्मपाल सिंह है। वह रसूलपुर दुमदुमा हंडिया का रहने वाला है। सिविल लाइंस थाने में दर्ज करायी गयी रिपोर्ट में उसने कहा है कि उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए कई साल से प्रेशर बनाया जा रहा था। उन्होंने तहरीर में संजय पुत्र ज्वाला प्रसाद के धर्म परिवर्तन करने का भी उल्लेख किया है। तहरीर के अनुसार डायोसिस के कर्मचारी संजय ने पदाधिकारियों की बात मान ली थी। इसके एवज में उसे दो सौ वर्ग गज जमीन और बीस लाख रुपये दिये जाने का भरोसा दिलाया गया था। धर्म परिवर्तन हो जाने के बाद संस्था उसे कोई सुविधा देने से मुकर गयी। उसे रहने के लिए सर्वेट क्वार्टर दे दिया गया लेकिन उसका भी किराया वसूला जाता है। तहरीर के साथ उन्होंने संजय के धर्म परिवर्तन की छाया प्रति भी संलग्न की है।

धमकी देकर कहा मेरे ऊपर प्रेशर है

संजय सिंह का आरोप है कि 26 जून को बिशप पीटर बलदेव और दीपक टूडी कार से ऑफिस पहुंचे। इन्होंने उसे बुलाया और कहा कि चर्च ऑफ नार्थ इंडिया से दबाव है। कहा जा रहा है कि पूर्वोत्तर राज्यों की तरह ही उत्तर भारत में भी ¨हदू- मुस्लिम को ईसाई बनाकर अनुयायियों की संख्या बढ़ाई जाए। मेरे ऊपर प्रेशर आ गया है। तुम भी इसाई धर्म ग्रहण करके सुविधा ले लो नहीं तो संस्था से बाहर कर दिया जायेगा। उसका कहना है कि अब पूरे परिवार के लिए जान के लाले पड़ गये हैं। बता दें कि संस्था ने 24 जून को ही छह कर्मचारियों के खिलाफ नोटिस दी थी।

मामला गंभीर प्रकृति का है। संजय सिंह ने कई बार लिखित शिकायत की थी। उसने शीर्ष अफसरों को भी तहरीर दी है। रिपोर्ट दर्ज कराकर केस की जांच कराई जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

-बृज नारायण सिंह,

सीओ सिविल लाइंस

बिशप ने रिसीव नहीं किया फोन

इस मामले में पक्ष जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने लखनऊ डायोसिस के बिशप पीटर बलदेव को कॉल किया। दो बार पूरी रिंग जाने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं हुई और न ही बाद में कॉल बैक किया गया। इससे उनका पक्ष नहीं सामने आ सका।

पूर्व बिशप पर भी लग चुका है दाग

बता दें कि लखनऊ डायोसिस का मुख्यालय प्रयागराज में ही है। यहां विशप की कुर्सी को लेकर बड़ा घमासान चलता है। पूर्व में यहां के बिशप रहे मॉरिस एडगर दान भी विवादों में घिरे थे। उन पर गबन और घोटाले का आरोप लगा था। मुकदमा दर्ज होने के बाद उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ गयी थी।

रिनाउंड स्कूल चलते हैं डायोसिस के अंडर में

बता दें कि लखनऊ डायोसिस की प्रापर्टी देश के तमाम हिस्सों में है। इसी के अंडर में अकेले प्रयागराज में तीन बड़े स्कूल संचालित होते हैं। बीएचएस और जीएचएस का नाम भी इसमें शामिल है। करीब तीन साल से इन स्कूलों के मैनेजमेंट को लेकर विवाद किसी तरह शांत हुआ तो अब धर्म परिवर्तन का सनसनीखेज आरोप इस संस्था पर लग गया है।

इन्हें जारी की गयी थी नोटिस

24 जून को संस्था की तरफ से जो नोटिस जारी की गयी उसमें छह कर्मचारियों संजय सिंह, सिद्धार्थ इरविन, जानसन दास, सुनील वर्मा, प्रेम नारायन पांडेय और संजय का नाम शामिल था। बुधवार को नई लिस्ट जारी की गयी है। इसमें पहली लिस्ट में शामिल रामचंद्र यादव का नाम हटाकर संजय कुमार को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।