पुलिस ने बताया, फायरिंग करके भाग रहा था बदमाश जवाबी फायरिंग में लगी थी गोली

जिस असलहे के साथ दिखाया उसमें ट्रिगर ही नहीं था, डीआईजी ने कहा जांच होगी

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मुठभेड़ की कहानी ने इस बार प्रयागराज के साथ प्रतापगढ़ के मान्धाता थाने की पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं। कारण बना है वह असलहा जो मुठभेड़ में घायल बदमाश के हाथ में होना दिखाया गया था। इस असलहे में ट्रिगर ही नहीं है। कथित बदमाश ने बुधवार को ही मीडिया को बताया था कि उसे घर से उठाया गया था। शुक्रवार को मीडिया ने सवाल खड़ा किया तो अफसर जवाब देने से बचने लगे। डीआईजी केपी सिंह ने प्रकरण को नोटिस लिया और कहा है कि जांच कराकर सच का पता लगाया जाएगा। इसके बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

मैनेजर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगा

बुधवार को प्रयागराज पुलिस ने मऊआइमा एरिया के बांका जलालपुर प्राथमिक विद्यालय के पास बदमाशों से मुठभेड़ होने का दावा किया था। पुलिस का कहना था कि दो बादमाश बाइक से जा रहे थे। रोकने पर पीछे बैठे प्रतापगढ़ जिले के मान्धाता के मूल निवासी मो। इश्तियाक ने पुलिस पर फायर झोंक दिया। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। पुलिस की एक गोली इश्तियाक के पैर में लगी और वह जख्मी हो गया। देर शाम पुलिस ने मान्धाता थाने की पुलिस के रिफरेंस से दावा किया कि इश्तियाक बैंक मैनेजर अनिल कुमार दोहरी की हत्या में शामिल था। उसने मैनेजर की रेकी की थी। पुलिस का यह भी दावा था कि उसने हत्या में शामिल बाकी बदमाशों के नाम भी बता दिये हैं।

आरोपी ने खारिज कर दिये थे आरोप

घायल इश्तियाक ने एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचे मीडियाकर्मियों को बताया था कि पुलिस ने उसे रात में 12 बजे घर से उठाया था। चार-पांच नाम बताये और कहा कि स्वीकार कर लो कि इन लोगों ने ही बैंक मैनेजर की हत्या की है। धमकी दी थी कि यह जुर्म कुबूल न करने पर उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी जाएगी। इश्तियाक का कहना था कि उसका इस घटना से कोई लेना देना नहीं है। इस पर अड़ा रहा तो पुलिस ने पैर पर अंगोछ़ा बांधकर उसे गोली मार दी।

सवाल, कहां से आया असलहा

घटना के समय कोई मीडियाकर्मी स्पॉट पर घटना के समय नहीं था। पुलिसवालों ने खुद स्पॉट की फोटोग्राफ क्लिक की और वाहवाही लूटने के लिए उसे मीडिया को जारी कर दिया। इस चक्कर में पुलिस यह भूल गयी कि जो असलहा उसने इश्तियाक के हाथ में दिखाया है उसमें ट्रिगर ही नहीं है। इससे इश्तियाक की स्टोरी सच लगने लगी तो मीडिया से पुलिस से सवाल पूछने शुरू कर दिये। आम तौर पर किसी घटना पर खुद ही वीडियो के जरिये अपना पक्ष रखने वाले एसएसपी ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। शुक्रवार को मीडिया ने घेरा तो डीआईजी केपी सिंह ने कुबूल किया कि उन्हें इस प्रकरण की शिकायतें मिली हैं।

शिकायत सामने आयी है। इसकी जांच करायी जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएगा, उसके आधार पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-केपी सिंह

डीआईजी