तफ्तीश में सामने आए कई राज, कत्ल के कुछ दिन पूर्व बैंक मैनेजर अनिल कुमार दोहरे से हुई थी मारपीट

PRAYAGRAJ: इलाहाबाद बैंक के बांका जलालपुर ब्रांच में सीनियर मैनेजर की पोस्ट पर तैनात अनिल कुमार दोहरे की हत्या का राज फाश पुलिस कभी भी कर सकती है। पुलिस कातिलों का राज तलाशने के साथ ही कारणों का राज भी तलाशने में जुटी है। हत्या से कुछ दिन पहले बैंक मैनेजर के साथ हुई मारपीट सबसे नया तथ्य पुलिस के हाथ लगा है। इसमें मकान मालिक का भाई भी इनवाल्व था। लोन की दलाली करने वालों की भूमिका भी संदिग्ध है। डिप्टी मैनेजर नीरज जायसवाल की भूमिका भी जांची जा रही है।

19 जुलाई को हुई थी घटना

बैंक मैनेजर अनिल कुमार दोहरे मूल रूप से कानपुर के रहने वाले थे। दस सालों ने कालिंदीपुरम में परिवार के साथ रह रहे थे। उनकी पोस्टिंग करीब तीन साल से बांका जलालपुर ब्रांच में सीनियर मैनेजर के पद पर थी। 19 जुलाई की सुबह बैंक से करीब एक किलोमीटर पहले उसकी हत्या कर दी गयी थी। घटना के वक्त उनके साथ इसी ब्रांच के डिप्टी मैनेजर नीरज जायसवाल भी थे। उन्हें खरोंच भी नहीं आयी थी।

दलालों ने कर दिया काम

जांच में जुटी पुलिस के सामने हत्या के जो कारण सामने आए हैं वह चौकाने वाले हैं। तफ्तीश में पता चला है कि अनिल दोहरे सख्त थे। उनकी वजह से बैंक से लोन दिलाने वालों की दुकान बंद होने की नौबत आ गयी थी। इसे लेकर नाराज लोगों में मकान मालिक के भतीजे का भी नाम है। अफसरों की मानें तो घटना के कुछ दिन पहले अनिल के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी। उन्हें हमलावर बैंक के बाहर तक घसीट लाए थे। घटना के समय बैंक में तीन कर्मचारी मौजूद थे। इनमें एक नाम नीरज जायसवाल का था। किसी ने उस वक्त हमलावरों का विरोध नहीं किया। अब तक सामने आए हत्या तथ्यों को देखते हुए पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि अनिल कुमार दोहरे की हत्या के पीछे लोन की दलाली करने वालों का हाथ संभव है।

छानबीन के दौरान तमाम फैक्ट सामने आते हैं। जब तक किसी ठोस निष्कर्ष पर न पहुंचा जाय, कुछ भी विश्वास के साथ कहना मुश्किल है। कत्ल के कारण की जांच अभी चल रही है। सारे सस्पेक्टेड क्लू पर काम किया जा रहा है।

-आशुतोष मिश्र,

एसपी क्रइाम