प्राइवेट ड्राइवर से थाने की गाड़ी चलवाने को लेकर हुआ था विवाद

PRAYAGRAJ: दरोगा और सिपाही के बीच चली लाठी का सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद दोनों मंगलवार को सस्पेंड कर दिए गए। संडे नाइट बर्थडे पार्टी के बाद थाने लौटते समय हुई इस घटना का वीडियो मंगलवार को मार्केट में आ गया।

थाने में एक ही है ड्राइवर

दरोगा आशीष सिंह और सिपाही रामनरेश कौंधियारा थाने में तैनात हैं। बताते हैं कि थाने में एक ही ड्राइवर की तैनाती है। गाड़ी की जरूरत चौबीसों घंटे है। ऐसे में प्राइवेट चालक राममिलन उर्फ मिल्की को रखा गया है। रविवार रात दरोगा के बेटे का बर्थडे था। यहां दोनों पहुंचे थे। साथ में 'खाना-पीना' हुआ फिर वे लौटने लगे। दरोगा आशीष के साथ सिपाही रामनरेश भी था। रामनरेश की जिद थी कि वह गाड़ी प्राइवेट चालक मिल्की से चलवाए। तर्क था कि वह गरीब है उसे कुछ पैसे मिल जाएंगे। दरोगा का कहना था कि गाड़ी सरकारी चालक ही चलाएगा।

पहले दिन दबा रहा मामला

इसी को लेकर दोनों में बहस होने लगी। दरोगा आशीष सिंह ने सिपाही रामनरेश को तमाचा जड़ा तो उसने लाठी उठा ली और दरोगा को बीच सड़क पीटना शुरू कर दिया। सिपाही के हमले से दरोगा जमीन पर गिर पड़ा। पहले दिन मामला दबा रहा। हालांकि दरोगा ने इसी दिन मेडिकल करा लिया था जबकि सिपाही ने दूसरे दिन मेडिकल कराया। एसओ ने इस पूरे प्रकरण से अफसरों को अवगत करा दिया था। मंगलवार को प्रकरण संज्ञान में लेते हुए एसएसपी अतुल शर्मा ने दोनों को सस्पेंड कर दिया। इंस्पेक्टर कौंधियारा संतोष कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें सस्पेंशन का आदेश नहीं मिला है।

घटना संज्ञान में आते ही दरोगा और सिपाही को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है। दोनों की विभागीय जांच भी कराई जा रही है।

-दीपेंद्रनाथ चौधरी,

एसपी यमुनापार