पिटाई से घायल अधेड़ की मौत के बाद टहलाती रही कौंधियारा व एसआरएन हॉस्पिटल चौकी पुलिस

PRAYAGRAJ: पिटाई से घायल अशोक कुमार पाल (42) की हफ्ते भर बाद बुधवार शाम तीन बजे मौत हो गई। पुलिस की लापरवाही से उसके शव का पोस्टमार्टम न होने से नाराज सांसद रेवती रमण सिंह समर्थकों व परिजनों के साथ पोस्टमार्टम हाउस के पास ही धरने पर बैठ गए। रात में धरने की खबर सुन प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे एसपी यमुनापार दीपेंद्र नाथ चौधरी ने उनकी मांग स्वीकार करते हुए रात में पोस्टमार्टम कराने का आश्वासन दिया। वह पोस्टमार्टम होने तक धरना जारी रखने की जिद पर अड़े रहे।

सात अगस्त को पीटे थे दबंग

कौंधियारा थाना क्षेत्र के कोल्हुआ निवासी श्रीनाथ पाल का गांव के पास ही खेत है। उसके खेत में गांव के ही कुछ लोग सात अगस्त को बिजली का ट्रांसफार्मर लगवा रहे थे। उसके तीन बेटों में सबसे छोटा अशोक कुमार पाल खेत में ट्रांसफार्मर लगाने का विरोध करने लगा। इस पर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गयी। ट्रांसफार्मर लगा रहे लोगों ने अशोक की बेरहमी से पिटाई कर दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे लेकर एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचे। यहां एक दिन इलाज बाद डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। इसके बाद उसे लेकर घर वाले सिटी के एक प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे। वहां भी हालत ठीक नहीं हुई तो लखनऊ ले गए। लखनऊ में भी कुछ आराम नहीं हुआ तो फिर एसआरएन हॉस्पिटल लाकर भर्ती करा दिए। यहां इलाज के दौरान बुधवार को तीन बजे उसकी मौत हो गई।

पर्चा भरने को लेकर टालती रही

मृतक के भाई राजबाबू पाल ने बताया कि मौत के बाद चौकी पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम का पर्चा कौंधियारा पुलिस भरेगी। कौंधियारा थाने की पुलिस ने जवाब दिया कि एसआरएन चौकी की पुलिस पर्चा भरेगी। इस तरह रात हो गयी और उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका। यह बात सांसद रेवती रमण सिंह को पता चली तो तो देर रात पोस्टमार्टम हाउस जा पहुंचे। अशोक की बॉडी के पोस्टमार्टम को लेकर वह धरने पर बैठ गए। सांसद की मांग थी कि कौंधियारा दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की जाय और बॉडी का रात में ही पोस्टमार्टम कराया जाय। अधिकारियों ने उनकी मांग मान ली बावजूद इसके वह पोस्टमार्टम होने तक धरने पर बैठे रहने की जिद पर अड़े रहे।