एसआरएन हॉस्पिटल से दिल्ली ले जाते समय ट्रेन में हुई मौत के बाद लौटे परिजन

पिता की तहरीर पर दारागंज थाने में पति समेत सास, ससुर व देवर दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज

PRAYAGRAJ: आग से झुलसी दीक्षा (28) की मौत हो गई। गंभीर हालत में उसे एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। डॉक्टरों ने जवाब दिया तो परिजन उसे लेकर दिल्ली जा रहे थे। ट्रेन फतेहपुर पहुंची तो उसने दम तोड़ दिया। यह देख साथ रहे मायके वालों में कोहराम मच गया। शव लेकर सभी वापस लौट आए। दारागंज पुलिस ने उसके पिता की तहरीर पर पति समेत सास, ससुर व देवर के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

चाका में है मायका

नैनी के चाका निवासी सालिकराम तिवारी ने बेटी दीक्षा की शादी करीब दो साल पूर्व दारागंज के आनन्द कुमार से की थी। आनन्द पुरोहित का काम करता है। शादी के बाद दहेज कम मिलने को लेकर ससुरालीजन ताना देने लगे। वह उनकी तीर से चुभने वाली बातें बर्दाश्त करती रही। इस बीच उसने एक बेटी को जन्म दिया। बेटी होने के बाद भी दहेज की लालच ससुरालियों के दिल से नहीं निकली। आरोप है कि 10 अक्टूबर को सास व ससुर एवं देवर व पति ने उसे जला दिया। फोन पर बताया कि खाना बनाते समय वह जल गई। मायके वाले पहुंचे तो उसकी हालत गंभीर थी। वह काफी जल गई थी। उसे एसआरएन हॉस्पिटल लाया गया। शुक्रवार को डॉक्टरों ने उसे दिल्ली रेफर कर दिया। दीक्षा को लेकर परिजन दिल्ली जा रहे थे। रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।

मृतका के पिता की तहरीर पर पति समेत चार के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपित घर में नहीं मिले। उनकी तलाश की जा रही।

आशुतोष तिवारी, इंस्पेक्टर दारागंज